[gtranslate]
Country

मध्यप्रदेश में अपनी ही पार्टी के खिलाफ : उमा भारती

देश के चार राज्यों में भाजपा को विधानसभा चुनाव में शानदारजीत मिली। इस जीत की ख़ुशी अभी ख़त्म भी नहीं हुई है कि भाजपा की बड़ी नेता अपनी ही पार्टी के खिलाफ सड़क पर उतर आई हैं।

 

दरअसल, मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी की मांग को लेकर अपने ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आई हैं। 13 मार्च को उमा भारती ने मध्यप्रदेश के एक शराब की दुकान में घुसकर बोतलें तोड़ती नजर आई।यह शराब की दुकान भोपाल के आज़ाद नगर इलाके में स्थित है।

 

इसके बाद उमा भारती ने इस घटना का वीडियो आपने अधकारिक सोशल मीडिया पेज से शेयर किया। जिसमे उन्होंने लिखा ‘बरखेड़ा पठानी आजाद नगर, बीएचईएल भोपाल, यहां मजदूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की श्रृंखला है, जो एक बड़े संख्या में लोगों को शराब परोसते हैं।’ इसके साथ ही उमा भारती लिखती है कि,’यहां मजदूरों की बस्ती है, पास में मंदिर हैं ,छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो शराब के नशे में लोग उनकी तरफ मुंह करके लघुशंका करने के लिए खड़े हो जाते हैं, महिलाओं को लज्जित करते है।इसके अलावा मजदूरों की पूरी कमाई इन शराब की दुकानों में फुक जाती है। यहां के स्थानीय निवासियों और महिलाओं ने शराब की दुकान को लेकर कई बार आपत्ति जताई, विरोध किया और धरना भी दिया, क्योंकि ये दुकानें सरकारी नीति के खिलाफ खुली हैं।’

 

उमा भारती ने अपने सभी बयान को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश भाजपा और मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल को अपने ट्वीट में टैग किया है। इसका साफ़ मतलब नजर आ रहा है कि उन्होंने सीधे- सीधे शिवराज सिंह चौहान को चेताबनी दी है। इस घटना के बाद मध्यप्रदेश कोंग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश सरकार पर तज कसते हुए कहा है कि,’शराबबंदी के विरोध में ऐसी ही पत्थरबाजी के लिए राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से इजाजत मांगी है।’ इसके साथ ही उन्होंने लिखा,‘गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी, मैं भी मध्यप्रदेश में शराब के विरोध में हूं, मैं भी चाहता हूं कि प्रदेश में शराबबंदी हो। जिस तरह से प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती जी ने आज शराब की दुकान का विरोध किया है, वैसा विरोध मैं भी करना चाहता हूँ।कृपया अनुमति दीजिये।’ इस घटना के बाद उमा भारती के पक्ष में कई तरह के प्रतिक्रिया आई है।

गौरतलब है कि वर्ष 2021 के अंत में भाजपा नेता,मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा था कि वे 15 जनवरी 2022 तक शराबबंदी करवाएंगी, नहीं तो सड़कों पर उतरेंगी। लेकिन तारीख खत्म होने के ठीक दो दिन बाद शराबबंदी तो दूर मध्यप्रदेश सरकार ने नई शराब नीति का ऐलान कर दिया। इस नई नीति के बाद मध्यप्रदेश में शराब और सस्ती हो गई। नई शराब नीति के तहत विदेशी शराब पर 10 से 13 प्रतिशत तक एक्साइज ड्यूटी कम कर दी गई। इसके साथ यह भी कहा गया कि मध्यप्रदेश में अब से एक ही दुकान पर अंग्रेजी और देशी दोनों शराब मिल पाएंगी। व्यक्ति पहले के मुकाबले चार गुनी ज्यादा शराब घर पर रख सकेंगे। जिस व्यक्ति की वार्षिक आय एक करोड़ रुपये है, वह घर पर बार भी खोल सकेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश में लगभग 2544 देशी और 1061 विदेशी शराब की दुकानें हैं।

 

यह भी पढ़ें :क्या कांग्रेस गुजरात में रोक पाएगी मोदी लहर ?

You may also like

MERA DDDD DDD DD