सीमांत पहाड़ी क्षेत्रों के काश्तकारों को फायदा पहुंचाने के लिए कुमाऊँ में जल्द ही कुछ नई मंडीयों को विकसित किया जा सकता है| मंडी परिषद का काम काश्तकारों को मंडी उपलब्ध कराना है, जिससे सही विपणन हो सके| जल्द ही गदरपुर में मंडी, रुद्रपुर में सब्जी मंडी का विस्तार औऱ हल्द्वानी में फूलों की मंडी को जल्द मंजूरी मिल सकती है| इसके अलावा हल्द्वानी में जैविक मंडी बनाने पर भी विचार किया जा रहा है| उत्तराखण्ड मंडी परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक स्थानीय उत्पादों और फूलों की खेती पर सरकार 50 फीसदी तक की सब्सिडी देने जा रही है जिससे किसानों की आर्थिकी मजबूत हो| पहाड़ में स्वरोजगार कर रहे महिलाओं और पुरुषों को अपने उत्पादों की बाजार के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े और उन्हें उनके उत्पाद का सही और उचित दाम मिल सके। प्रदेश सरकार द्वारा पर्वतीय जिलों में होने वाले पूर्ण रूप से जैविक उत्पादों को सही बाज़ार उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है, जबकि दूसरी तरफ सरकार ने वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना में सब्सिडी को 30 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है।