भारत में कोरोना महामारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना वायरस को रोकने में नाकाम रहने पर देश के अखबारों, न्यूज चैनलों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना हो रही है। अब फ्रांस की मशहूर व्यंग्य पत्रिका शर्ली हेब्दो ने भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर भारत पर तंज कसा है। महामारी को रोकने में सरकार की लाचारी और स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं।
ऑक्सीजन की कमी से हर दिन देश में लोगों की मौत हो रही है। जिसको लेकर मोदी सरकार की हर तरफ किरकिरी हो रही है।
शार्ली हेब्दो ने अपने कार्टूनों के माध्यम से ताना मारा है कि भारत में करोड़ों देवी-देवता हैं लेकिन ऑक्सीजन की कमी को कोई पूरा नहीं कर पा रहा है। शर्ली हेब्दो ने अपने कार्टूनों में 33 करोड़ के बजाय 33 मिलियन देवी-देवताओं को लिखा है। 33 मिलियन यानी 3.3 करोड़। शर्ली हेब्दो के इस कार्टून को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
व्यंग्यात्मक पत्रिका अक्सर धार्मिक रूढ़ियों और आस्थाओं पर निशाना साधती है।
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इससे पहले जब पत्रिका में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाया था, तो कट्टरपंथियों ने पत्रिका के कार्यालय पर हमला किया था। इस हमले में मैगजीन के मशहूर कार्टूनिस्ट समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान में विरोध का कारण शर्ली हेब्दो है।
तहरीक-ए-लैब्बाक के विरोध प्रदर्शन ने इमरान खान सरकार को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है। जिसके चलते फ्रांस ने पाकिस्तान में स्थित फ्रांस के अम्बेसी के सभी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने की सलाह दी थी।
What will Hindutva see when you show them this picture?
1. Why 33 million? It should be 330 million? It is "actually" only 33?
2. We don't behead like the 'desert cult' people. We are superiorWhat they will not see?
1. Tragedy
2. Leader's incompetencehttps://t.co/BgSDF6evdL— Devdutt Pattanaik (@devduttmyth) May 14, 2021
बीबीसी की खबर के मुताबिक जाने-माने लेखक देवदत्त पटनायक ने ट्वीट किया, ”इस कार्टून को देखकर हिंदुत्व के ध्वजवाहक क्या कहेंगे-पहली बात 33 करोड़ क्यों? 33 करोड़ होना चाहिए था। सिर्फ 33? दूसरी बात जो हम नहीं करते उनके सिर काट दो। हम श्रेष्ठ हैं। लेकिन उन्हें जो देखना चाहिए वह नहीं दिखता – त्रासदी और नेताओं का नरसंहार। ”
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हालांकि देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले घट रहे हैं। लगातार घटते मामले इस ओर संकेत दे रहे हैं कि शायद देश में कोरोना की दूसरी लहर का पीक आ चुका है या फिर अगले कुछ दिन में आने वाला है। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने वाली है, ये कहना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि कई ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें वो राज्य शामिल हैं जहां हाल ही में चुनाव संपन्न हुए हैं।
छह मई को देश में 4.14 लाख नए मामले सामने आए। इसके बाद से रोज आने वाले नए मामले लगातार घट रहे हैं। हालांकि 30 अप्रैल को देश में पहली बार 4 लाख से ज्यादा केस आने के बाद भी नए केसेज की संख्या में गिरावट आई थी, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब 7 दिन के औसत पर रोज आने वाले नए केसेज की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।