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कच्चे तेल के दाम बढ़े, बढ़ी खाड़ी मुल्कों में अस्थिरता

सऊदी अरब के तेल भण्डारों में ड्रोन के जरिए शनिवार, 14 सितंबर को हुए हमलों ने इरान और अमेरिका के मध्य युद्ध जैसे हालात पैदा करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी इजाफा कर डाला है। आज सुबह कच्चे तेल की कीमत में 19 प्रतिशत का इजाफा बाजार खुलने के साथ ही दर्ज हो गया। एक बैरल कच्चा तेल अब 71 ़95 डाॅलर हो चला है। साथ ही इन हमलों के बाद सऊदी अरब के तेल उत्पादन में भारी कमी आने से पूरे विश्व में तेल संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हालात की गंभीरता को इससे समझा जा सकता है कि अमेरिका ने तेल आपूर्ति बनाए रखने के लिए अपने इमरजेंसी तेल भंडार से तेल निकालना शुरू कर दिया है।

14 सितंबर को सऊदी अरब के आधे से अधिक तेल कुओं पर ड्रोन के जरिए हमले किए गए। इन हमलों के चलते वहां बड़ी आग लग गई। सरकारी तेल कंपनी ‘अरामाको’ के यहां हुए इन हमलों के बाद सऊदी अरब की तेल क्षमता एक करोड़ बैरल प्रति दिन से घटकर 50 लाख बैरल प्रतिदिन रह गई है। ‘अरामाको’ का कहना है कि उसके दोनों प्रतिष्ठान भीषण आग की चपेट में हैं। रिफाइनरी वाले इलाके में इस समय धुंऐं के काले बादल छाऐं हैं। इन हमलों की जिम्मेदारी यमन के विद्रोही हूती लड़ाकों ने ली है। हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि इन हमलों के लिए दस ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। यह भी कहा गया है कि भविष्य में ऐसे और हमले किए जाएंगे। हालांकि दावा हूती विद्रोहियों ने किया लेकिन अमेरिका इसके लिए खुल कर ईरान को जिम्मेदार ठहरा रहा है। ईरान ने अमेरिका के आरोपों को सिरे से नकारते हुए चेतावनी दे डाली है कि वह अमेरिका और सऊदी अरब के संग जंग के लिए पूरी तरह तैयार है।

ईरान ने अमेरिका को चेताया है कि ईरान से दो हजार किलो मीटर रेंज के अंदर हर अमेरिकी एयर बेस पर उनकी मिसाईल हमला करने के लिए तैनात हैं। दरअसल अमेरिका ने परमाणु निशस्त्रीकरण के मुद्दे पर ईरान संग बातचीत से अलग होने के बाद उस पर कड़े प्रतिबंध लगा डाले हैं जिनके चलते ईरान को अपना कच्चा तेल निर्यात करने में खासी परेशानी हो रही है। इस बीच अमेरिका से खबर है कि इन ड्रोन हमलों के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी संयुक्त राष्ट्र संघ की जल्द होने जा रही महासभा के दौरान मुलाकात कर सकते हैं। माना जा रहा है कि टंªप और रूहानी की मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हो सकता है।

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