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‘सैन्य शासन के आगे घुटने टेकता हूं, हिंसा करें बंद’: पोप फ्रांसिस

म्यांमार में राजनीतिक तख्तापलट के बाद से ही सेना द्वारा प्रदर्शनकारियों पर बर्बरता की तस्वीरें आनी शुरू हो गई हैं। लेकिन आंदोलनकारी सेना की इस बर्बरता के आगे घुटने टेकने को तैयार नहीं हैं। लागातार नेशनल लीग आफ डेमोक्रेसी की नेता आंग सान सू की की रिहाई की मांग उठ रही है। अब भी सेना की क्रूरता जारी है। इसी बीच अब म्यांमार की सेना ने देश के नागरिकों से प्रदर्शन और विरोध का अधिकार भी छीन लिया है।

वहीं अब म्यांमार में लगातार सैन्य कार्रवाई में हो रही हिंसा और प्रदर्शकारियों की मौत से आहत होकर वेटिकन सिटी के पोप फ्रांसिस ने इस खूनी संघर्ष को रोक देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मैं सैन्य शासन के आगे घुटने टेकता हूं, कृपया अब बंद करें हिंसा। उन्होंने सेना से अपील करते हुए कहा कि वह हाथ फैलाकर प्रार्थना करते हैं, कि आप हिंसा रोक दें।

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पोप फ्रांसिस द्वारा प्रार्थना सभा के बाद कहा गया कि म्यांमार में इस वक्त माहौल बेहद दुख भरा है। यहां युवा देश के लिए अपनी जान दे रहे हैं।
एक नन की व्यापक रूप से वायरल तस्वीर के संदर्भ में, उन्होंने कहा कि मैं भी म्यांमार सशस्त्र बलों के सामने घुटने टेक देता हूं। प्रार्थना करता हूं, अब इस रक्तपात रोक दिया जाना चाहिए। एक नन की तरह, मैं भी आपके सामने शांति की अपील करता हूं, क्योंकि केवल संवाद से ही शांति स्थापित हो  सकती है।

बौद्ध भिक्षुओं के संगठन ने भी कि म्यामांर में लोकतंत्र प्रदर्शनकारियों पर हो रहे अत्याचार को निंदनीय करार दिया है। लगातार तो बेगुनाह लोगों की जाने न जाए इसलिए बौद्ध भिक्षुओं के संगठन द्वारा धार्मिक मामलों के मंत्री से वार्ता के बाद अंतिम बयान जारी करने का निर्णय लिया गया है।

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म्यांमार के इतिहास में बौद्ध भिक्षुओं का लंबा भगवा क्रांति का इतिहास रहा है। इनके द्वारा 2007 में सैन्य शासन के खिलाफ लंबा संघर्ष चलाया गया था। अब ये हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए म्यांमार प्रशासन से भी समन्वय करके शांति कायम करने की कोशिश कर रहे हैं।

यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक म्यांमार की सेना ने 2084 लोगों को हिरासत में लिया है और वहीं कस्टडी में 5 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इसी बीच यूनाइटेड नेशंस का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें यूएन ने कहा है कि म्यांमार की सेना द्वारा मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरस ने कहा है कि म्यांमार सेना को संयम बरतना चाहिए। सेना की हिंसक कार्रवाई निंदनीय है।

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