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ट्रंप ने बाइडन को नहीं दिया न्यूक्लियर फुटबॉल और कोड, जानें क्यों ?

वर्ष 2018 में राष्ट्रपति ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच एक जुबानी जंग हुई थी। उन दिनों अपने देश में नए साल के अवसर पर किम जोंग ने अमेरिका को चेताया कि उनके कार्यालय की मेज पर एक परमाणु बटन है और पूरा अमेरिका उनकी परमाणु मिसाइलों की चपेट में है।”

तब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी इसका जवाब दिया, उन्होंने ट्वीट किया, “परमाणु बटन तो मेरे पास भी है, जो किम के बटन से बड़ा और अधिक शक्तिशाली है। सबसे बड़ी बात यह है कि मेरा बटन काम भी करता है।

दुनियाभर में उस वाक् युद्ध के चलते परमाणु बटन की चर्चा होने लगी थी। दरअसल परमाणु बटन जैसा कुछ नहीं होता है। लेकिन अमेरिकी इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी राष्ट्रपति द्वारा नए राष्ट्रपति को परमाणु फुटबॉल नहीं सौंपा गया। बिडेन को परमाणु फुटबॉल और कोड दिए बिना ही डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस छोड़ दिया । आइए जानते हैं कि कैसे होता है परमाणु ऊर्जा का हस्तांतरण ?

परमाणु फुटबॉल और परमाणु बिस्कुट

एक तरफ ट्रंप ने 20 जनवरी को व्हाइट हाउस छोड़ा। दूसरी तरह बिडेन ने नए राष्ट्रपति की शपथ ली। इस दौरान एक बड़ा पावर ट्रांसफर होता है जो ट्रंप ने पूरा नहीं किया। अमेरिका में पुराने राष्ट्रपति के कार्यालय छोड़ने और नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के साथ होता है परमाणु शक्ति का हस्तांतरण यानी दुनिया को नष्ट करने की शक्ति नए राष्ट्रपति के पास आती है।

दरअसल,  एक ब्लैक ब्रीफकेस में इस परमाणु शक्ति को सील कर दिया जाता है। इसे परमाणु फुटबॉल भी कहा जाता है। राष्ट्रपति के पास दो ‘परमाणु फुटबॉल’ और इससे भी महत्वपूर्ण बात, ‘परमाणु लॉन्च कोड’ के दो सेट हैं। परमाणु कोड एक प्लास्टिक कार्ड पर लिखे जाते हैं, जिसे परमाणु बिस्किट भी बोला जाता है।

परमाणु हस्तांतरण की प्रक्रिया

 परमाणु हमलों के लिए ब्लैक ब्रीफकेस फुटबॉल में कोड होते हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति जिसके जरिए पेंटागन को परमाणु हमले का आदेश दे सकते हैं। जब नए राष्ट्रपति अमेरिका में शपथ लेते हैं, तो ब्रीफ़केस भी एक से दूसरे हस्तांतरित हो जाता है।

हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप के खत्म हो रहे कार्यकाल में ऐसा नहीं हुआ। बल्कि ट्रंप ब्रीफ़केस को अपने साथ फ्लोरिडा ही ले गए और बिडेन के शपथ समारोह में शामिल नहीं हुए। अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी पुराने राष्ट्रपति ने परमाणु लॉन्च कोड को नए राष्ट्रपति को हस्तांतरित नहीं किया था।

इस बार परमाणु प्रक्षेपण कोड को कैसे स्थानांतरित किया गया?

डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार सुबह फ्लोरिडा के लिए रवाना हुए। उसके साथ, परमाणु फुटबॉल भी फ्लोरिडा चला गया। लेकिन, इसमें रखे गए परमाणु लॉन्च कोड दोपहर 12 बजे खत्म हो कर दिए गए और जैसे किसी क्रेडिट कार्ड पासवर्ड की समय सीमा समाप्त हो जाती हैं ठीक वैसे ही।

इस बार बिडेन के लिए परमाणु फुटबॉल और परमाणु लॉन्च कोड का दूसरा सेट वाशिंगटन डीसी के कैपिटल से आया है। जिसे अमेरिकी सेना के कमांडर-इन-चीफ ने राष्ट्रपति जो बिडेन को हस्तांतरित किया था। 7 दशकों में यह कानून बनने के बाद पहली बार हुआ है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर स्कॉट सागन NYT को बताते हैं कि यह पूरी तरह से गलत था। इससे कोई मतलब नहीं है कि परमाणु लॉन्च कोड ट्रम्प के पास समाप्त हो रहे हैं। उन्हें इसे बिडेन को देना चाहिए था।

विदेश में होने पर राष्ट्रपति क्या करते हैं?

अमेरिकी राष्ट्रपति जब विदेश यात्रा पर होते हैं तो उनके साथ न्यूक्लियर कंट्रोल और कमांड टीम भी उपस्थित होती है। विदेश में यदि अमेरिकी राष्ट्रपति को हमले का आदेश देना हो तो वह परमाणु कोड के माध्यम से पेंटागन के सैन्य अधिकारियों से संपर्क करेगा। राष्ट्रपति के पास ही यह कोड होता है। जो उसकी पहचान भी माना जाता है। इसके बाद राष्ट्रपति द्वारा दिए गए परमाणु प्रक्षेपण का क्रम पेंटागन और सामरिक कमान तक पहुंचता है।

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