कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा है। दरअसल पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे है। कई बड़े देशों ने कोरोना वायरस को लेकर चीन को आड़े हाथों लिया है। वायरस की वुहान लैब लीक थ्योरी इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है।
जिसे लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को फिर एक बार कटघरे में खड़ा किया है। ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अब हर कोई यहां तक मेरे तथाकथित दुश्मन भी मानने लगे है कि ट्रंप चाइना वायरस के वुहान लैब से लीक होने को लेकर सही थे।
वुहान लैब लीक थ्योरी की चर्चाए उस समय तेजी पकड़ने लगी जब अमेरिकी की खुफिया एजेंसी ने एक रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया था कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलने से एक महीना पहले वुहान लैब के तीन शोधकर्ता बीमार पड़े थे।
जब उन्हें अस्पताल में लाया गया था तो उनमें कोरोना के लक्षण पाए गए थे। इस रिपोर्ट के बाद वायरस की उत्तपत्ति को जानने की जिज्ञासा लोगों में बढ़ने लगी है।
ट्रंप ने अपने बयान में चीन को मुआवजा देने की भी बात कहीं। उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका समेत कई देशों में तबाही मचाई है, इसके लिए चीन को 10 ट्रिलियन का मुआवजा देना चाहिए। ट्रंप कोरोना वायरस को चीनी वायरस और वुहान वायरस के नाम से बुलाते थे।
इस पर चीन ट्रंप पर नस्लभेदी का आरोप लगाया था। 2021 के शुरुआत में डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की टीम ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच वुहान शहर में की थी।
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अपने बयान में संगठन ने कहा था कि उनके पास पर्याप्त तथ्य और साक्ष्य नहीं हैं जिसके तहत यह कहा जाए कि वायरस वुहान लैब से लीक हुआ है। लेकिन इसके बाद भी कई देशों के राजनीतिज्ञों को इस पर विश्वास नहीं हुआ। चीन पर तथ्य छुपाने और जांच में सहयोग न देने के आरोप भी लगते रहे हैं।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट को चीन ने झूठा करार दिया था और कहा था कि वुहान लैब का कोई भी शोधकर्ता आज तक कोविड-19 से संक्रमित नहीं हुआ। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन की खुफिया रिपोर्ट में भी कहा गया था कि संभव है कि वायरस वुहान लैब से लीक हुआ हो। आस्ट्रेलिया मीडिया ने भी चीन पर वायरस को लेकर निशाना साधा था।
जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में खटास आ गई थी। चीन ने आस्ट्रेलिया से आयात होने वाली वाइन और फलों पर रोक लगा दी थी। जवाब में आस्ट्रे्लिया ने चीन के साथ रोड़ एंड लिंक समझौता खारिज कर दिया था।