पाकिस्तान में इन दिनों घरेलू दंगों की आग में झुलस रहा है। अब तक दस से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है, जिसमें 4 पुलिसकर्मी भी शामिल है। 800 से अधिक पुलिसकर्मी इन दंगों में घायल हो चुके है। विवाद तब ज्यादा गहरा गया जब तबरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) के नेता को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर, कराची समेत कई राज्यों में दंगों ने एक विशाल रुप धारण कर लिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पश्चिमी देशों द्दारा पैंगबर मोहम्मद की ईश निंदा करने के मामले में मुस्लिम देशों को एकजुट करने की मुहिम चला रहे है।
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की संसद पिछले साल फ्रांसीसी राष्ट्रपति की टिप्पणियों पर इस्लामाबाद में फ्रांसीसी राजदूत के निष्कासन के एक प्रस्ताव पर बहस करेगी, जिसे पाकिस्तान की धार्मिक पार्टी तबरीक-ए-लब्बैक ने ईशनिंदा माना है। सरकार का यह फैसला उस समय आया जब टीएलपी के समर्थकों ने कई राज्यों को अपने निशाने पर लिया। पाकिस्तान में बढ़ते दंगों को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने मैक्रों ने फ्रांसीसी राजदूतों से पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा था।
टीएलपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर लाहौर के एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर 11 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। फ्रांस और कुछ मुस्लिम देशों के बीच उस समय खट्टास आ गई थी,जब फ्रांस ने कई मस्जिदों और कट्टरपंथी संगठनो को बैन कर दिया था। जिसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो के खिलाफ प्रदर्शन होने लगे थे। पाकिस्तान में भी फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे।
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फ्रांस सरकार ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों और मस्जिदों पर बैन तब लगाना शुरु किया जब वहां इस्लामिक कट्टरपंथी ने कई हिंसक घटनाओं को अजांम दिया। पेटी सैम्युएल जो एक इतिहास के अध्यापक थे, उसका सिर कलम इसलिए कर दिया गया था कि उन्होंने अपनी क्लास में फ्रीडम ऑफ स्पीच के दौरान पैंगम्बर मुहम्मद का कार्टून दिखा दिया था।
18 वर्षीय चेचेन के एक मुस्लिम युवक ने अध्यापक का गला काट दिया था। फ्रांस की व्यंग्यात्मक पत्रिका शार्ली हैब्दो् में पैगम्बर मोहम्मद का कार्टुन बनाया था। तब कट्टरपंथियों ने शार्ली हैब्दो के ऑफिस के बाहर हमला किया था। पाकिस्तान की एक महिला मंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिस तरह नाजियों ने यहूदियों के साथ व्यवहार किया था, वैसा ही फ्रांस में मुसलमानों के साथ हो रहा हैं।
टीएलपी के मुखिया और पाकिस्तान के धार्मिक नेता साद हुसैन रिजवी और उनके समर्थकों को सोमवार 12 अप्रैल को लाहौर पुलिस ने आंतकवाद विरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद टीएलपी के समर्थकों ने पाकिस्तान के कई राज्यों में प्रदर्शन किए। साद हुसैन रिजवी और पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ लाहौर पुलिस ने पाकिस्तान दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं, आंतकवाद विरोधी कानून और लोक व्यवस्था अध्यादेश के तहत मामला दर्ज किया हैं।