आर्थिक ,राजनीतिक सहित कई दूसरी समस्याओं से पाकिस्तान जूझ रहा है। जिस वजह से देश की जनता को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए इस साल तकरीबन सात लाख से ज्यादा लोगों ने पाकिस्तान छोड़ कर विदेशों का रुख किया है। देश छोड़ने वाले लोगों के लिए मुख्य रूप से सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सबसे पसंदीदा जगह मानी गई है। इसके अतिरिक्त रोमानिया में भी काफी पाकिस्तनी लोग गए हैं। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन एंड ओवरसीज एम्प्लॉयमेंट के मुताबिक जिन लोगों ने देश छोड़ा है उनमें तकरीबन 92 हजार शिक्षित युवा वर्ग है। 3 लाख 50,हजार ट्रेंड कर्मचारी और अप्रशिक्षित मजदूर भी शामिल है। पाकिस्तान छोड़ कर दुनिया के दुसरे देशों में बसने वालों की संख्या 5,534 इंजीनियर, 18,000 एसोसिएट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, 2,500 डॉक्टर, 2,000 कंप्यूटर विशेषज्ञ, 6,500 लेखाकार, 2,600 कृषि विशेषज्ञ, 900 से अधिक शिक्षक, 12,000 कंप्यूटर ऑपरेटर, 1,600 नर्स और 21,517 तकनीशियन शामिल थे। इसके अलावा 2,13,000 ड्राइवर शामिल थे।
वहीं बीते वर्ष 2,लाख 25,हजार लोग दूसरे देशों की ओर रुख कर गए है। इसके अलावा 2020 के दौरान पाकिस्तान में 2 लाख 88,हजार लोगों द्वारा देश छोड़ दिया गया। मौजूदा समय में शहबाज शरीफ की सरकार है, जिसकी आर्थिक हालात अच्छे नहीं है । वहीं सरकार के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मोर्चा खोले हुए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पलायन की वजह देश में अनिश्चित आर्थिक संकट और राजनीतिक स्थिति है। दरअसल मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और अनिश्चित आर्थिक मंदी परेशान शिक्षित युवा सहित लाखों लोग हर साल नौकरी की तलाश में पलायन कर रहे है। जिससे पाकिस्तान का भविष्य धूमिल पड़ता दिखाई दे रहा है। आंकड़ों के मुताबिक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 7 लाख 36 हजार लोग खाड़ी देशों में गए है और लगभग 40,000 यूरोपीय और अन्य एशियाई देशों में गए है ।