आतंकियों को पनाह देने के मुद्दे को लेकर पकिस्तान और तालिबान के बीच तनाव बना रहता है । पाकिस्तान द्वारा कई बार आरोप लगाया जा चुका है कि तालिबान अफगानिस्तान की जमीन पर आतंकियों शरण दे रहा है। लेकिन इस बार तालिबान ने पाकिस्तान पर ही आरोप लगा दिए हैं। हाल ही में तालिबान ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पाकिस्तान अपने देश में आतंकियों को अफगानिस्तान की जमीन पर घुसपैंसठ करने की ट्रेनिंग दे रहा हैं।
तालिबान ने पाकिस्तान सरकार और उसकी सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तालिबान ने इस्लामिक स्टेट से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार करने का दावा करते हुए कहा है कि आईएस के जो लड़ाके उनके सुरक्षाबलों ने पकड़े हैं, उनको पाकिस्तान के एक शिविर में अफगानिस्तान में घुसपैठ की ट्रेनिंग दी गई थी।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान अधिकारियों ने अफगानिस्तान में हाल में ही में हुए घातक हमलों के लिए जिम्मेदार इस्लामिक स्टेट समूह के प्रमुख सदस्यों को पकड़ लिया है।तालिबान जबसे सत्ता में आया है तब से इस्लामिक स्टेट खुरासान (आईएस-के) की तरफ से सुरक्षा के मुद्दे पर खतरे का सामना कर रहा है। इस्लामिक स्टेट खुरासान तालिबान शासन के लिए चुनौती बन रहा है । “आईएस-के” की ओर से हाल ही में अफगानिस्तान में गोलीबारी और हमलों को अंजाम दिया गया था।
तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा है कि विशेष बलों द्वारा उन लोगों को पकड़ लिया गया है जिनसे जुड़े लोगों ने काबुल में आत्मघाती बम विस्फोट किए थे। हमने जांच में पाया कि आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तान में अफगानिस्तान में घुसपैठ की ट्रेनिंग ली थी। जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, वो भी हाल ही में पाकिस्तान के ट्रेनिंग सेंटर से लौटे थे। तालिबानी प्रवक्ता के अनुसार आईएस-के को अफगानिस्तान से बेदखल कर दिया गया है। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में अपने प्रशिक्षण शिविर स्थापित किए हैं। पाकिस्तान में बने इन नए ठिकानों से वे अफगानिस्तानऔर अन्य देशों में हमले कर रहे हैं।अंदेशा लगाया जा रहा है कि तालिबान द्वारा पाकिस्तान पर लगाए जा रहे ऐसे आरोपों के बाद दोनों मुल्कों के बीच संबंध और भी खराब हो सकते हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर आतंकी हमलों के लिए अफगानिस्तान को कई बार दोषी ठहराया है। पाकिस्तान कहता रहा है कि तालिबान सरकार अफगानिस्तान की जमीन पर टीटीपी जैसे गुटों को पनाह दे रही हैं। हालांकि तालिबान इन आरोपों को नकारता रहा है।