[gtranslate]
world

सोमालिया की राजधानी में विद्रोहियों और सेना के बीच गोलीबारी, राष्ट्रपति के कार्यकाल बढ़ाने के कारण राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी

सोमालिया के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को ताक पर रखते हुए अप्रैल के मध्य एक विवादस्पद कानून पर हस्ताक्षर कर दिए थे। इस विवादस्पद कानून पर हस्ताक्षर करके उन्होंने अपना दो साल का कार्यकाल बढ़ा लिया था। जिसके कारण वहां राजनीतिक अस्थिरता के हालात पैदा हो गए।

राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद के खिलाफ रविवार 25 अप्रैल को राजधानी मेगादिशु में विद्रोहियों और सरकार से नाराज लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी। जब से राष्ट्रपति ने अपना कार्याकाल दो साल बढ़ाया है तब से सोमालिया में विद्रोहियों का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।

गोलीबारी कर रहे विद्रोहियों ने कहा कि अगर चुनाव प्रक्रिया नहीं अपनाई गई तो यह सोमालिया की राजनीति के लिए खतरा हो सकता है। सैकड़ों वर्दीधारी विद्रोहियों ने उत्तरी मेगादिशु के कुछ इलाकों पर कब्जा कर लिया। सोमालिया के आंतरिक सुरक्षा मंत्री हसन हुंडुबे जिमाले ने सभी पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की, लेकिन यह नहीं बताया कि कितने लोग मारे गए या घायल हुए।

मेगादिशु पर हुए हमले का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोमालिया की सुरक्षा में दिलचस्पी नहीं रखते है, सुरक्षा बलों ने ऐसे लोगों को चेताया था।

राष्ट्रपति ने अप्रैल के मध्य एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने अपना दो साल का कार्यकाल बढ़ा लिया था, जिसके कारण विपक्ष उनसे नाराज हो गया था। सोमालिया, जो 1991 में युद्ध और अराजकता में डूबा हुआ है, और अंतरराष्ट्रीय मदद के साथ, केंद्र सरकार के अधिकार को फिर से स्थापित करने और राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए संघर्ष कर रहा है। देश में फरवरी में चुनाव होने थे, लेकिन चुनाव न होने के कारण तनाव बढ़ा।

रायटर्स को मेगादिशु के फागा जंक्शन के एक निवासी हलीमा उस्मान ने बताया कि विपक्षी सैन्य और सरकारी बलों के बीच गोलीबारी हुई है, रायटर्स के एक गवाह ने फ़ागाह क्षेत्र में एक स्थान पर चार सैन्य वाहनों को देखा। सोमालिया के पूर्व राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के प्रति वफादार सुरक्षा बलों ने रविवार को उनके घर पर हमला किया, “मैंने चेतावनी दी है और अब दोहरा रहा हूं कि सुरक्षा का राजनीतिकरण कितना खतरनाक है।

इसके परिणामस्वरूप जो कुछ भी हो लेकिन इन सबकी की जिम्मेदारी वर्तमान राष्ट्रपति के कंधो पर होगी।

आंतरिक सुरक्षा मंत्री हसन हुंडुबे जिमाले ने पूर्व राष्ट्रपति के दावे का खंडन किया, और सश्त्र सेना पर हमले का आरोप लगाया। हासन ने कहा कि सरकारी बलों ने हमले का जवाब दिया और इसे समाप्त कर दिया। अल जज़ीरा की रिपोर्टर कैथरीन सोई ने पड़ोसी देश केन्या में नैरोबी से रिपोर्टिंग करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के प्रति वफादार सुरक्षा बलों और राष्ट्रपति के कार्यकाल बढ़ाने का विरोध कर रहे विद्रोहियों के बीच गोलीबारी हुई। सोई ने कहा, लोग सुरक्षा स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।

यह भी पढ़े: सोमालिया के राष्ट्रपति ने बढ़ाया अपना कार्यकाल, बढ़ी राजनीतिक अस्थिरता

सोमालिया में लोग अब्दुल्लाही को फार्माजो के नाम से भी जानते है। देश की संसद के नीचले सदन ने पिछले सप्ताह फर्माजो के चार साल के कार्यकाल का विस्तार करने के लिए मतदान किया था। जो फरवरी में समाप्त हो गया, लेकिन अब फर्माजो ने कानून के तहत अपना दो साल का कार्यकाल बढ़ा लिया था।

निचले सदन के अध्यक्ष मोहम्मद मुर्सल शेख अब्दुर्रहमान ने कहा कि यह उपाय देश को प्रत्यक्ष चुनाव की तैयारी करने की अनुमति देगा। नीचले सदन में जनादेश होने के बाद उन्होंने इस कानून पर हस्ताक्षर किए। प्रस्ताव को अभी तक उच्च सदन में नहीं रखा गया।

जिस तरह भारत में संसद को दो सदन है वैसे ही सोमालिया में संसद के दो सदन है। किसी भी कानून को पास कराने के लिए संसद के दो सदनो से कानून को पास करवाना अनिवार्य होता है। वैसे ही सोमालिया में किसी भी कानून को पास करवाने के लिए संसद के दोनों सदनों से पास करवाना जरुरी है। फर्माजो को अपना कार्यकाल बढ़ाने वाले कानून को ऊपरी सदन में लाना आवश्यक होगा।

उच्च सदन के अध्यक्ष आब्दी हशी अब्दुल्लाही ने तुरंत इस कदम को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यह देश को राजनीतिक अस्थिरता में ले जाएगा और हिंसा को बढ़ाएंगा। फर्माजो के इस कदम की निंदा अमरिका और यूरोपियन संघ ने की थी, और कहा था कि यह कदम देश में विभाजन को बढ़ावा दे सकता है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD