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ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता को मिला शांति नोबेल पुरस्कार

ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता न‍रगिस मोहम्‍मदी को इस साल नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नोबल पुरस्कार से सम्मानित करने का यह फेसला नार्वे की नोबल कमिटी द्वारा लिया गया था।

 

सवाल यह उठता है कि ,न‍रगिस मोहम्‍मदी है कौन जिन्हे शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आपको बता दे कि न‍रगिस मोहम्‍मदी ने ईरान में महिलाओं के दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।

 

उन्‍होंने ईरान में मानवाधिकारों को बढ़ावा दिया और स्‍वतंत्रता का समर्थन किया। नोबेल कमिटी द्वारा कहा गया है कि नरगिस को इसके लिए निजी कीमत चुकानी पड़ी। उन्‍हें 13 बार हिरासत में लिया जा चुका है। 5 बार दोषी ठहराया जा चुका है। उन्होंने 31 साल जेल में बिताए हैं। यही नहीं उन्‍हें 154 कोड़े भी मारे गए हैं।

 

नोबल पुरस्कार लेने वाली नरगिस मोहम्‍मदी अभी भी जेल में हैं। नरगिस मोहम्‍मदी पर ईरान की पुलिस द्वारा सरकार के खिलाफ दुष्‍प्रचार करने का भी आरोप लगाया गया है। नरगिस डिफेंडर ऑफ ह्यूमन राइट सेंटर की उप प्रमुख हैं। यह एक गैर सरकारी संगठन है जिसे शिरिन एबादी ने बनाया था।

 

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गौरतलब है कि नरगिश मोहम्मदी से पहले शिरिन को भी साल 2003 में नोबेल शांति पुरस्‍कार मिल चुका है। नरगिस लगातार महिलाओं के दमन और उनके साथ होने वाले संस्‍थागत भेदभाव के खिलाफ लडाई लड़ती रही हैं। वर्ष 1990 के दशक में नरगिस फिजिक्‍स की स्‍टूडेंट थीं और इसी दौरान उन्‍होंने महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया था।

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