ईरान सरकार एक नया कानून लाने की तैयारी कर रही है। जिससे महिलाओं की स्थिति अब और भी खराब हो सकती है। ईरान सरकार ड्रेस कोड लाने की तैयारी कर रही है। यह कानून महिलाओं पर ही नहीं बल्कि पुरुषों पर भी लागू किया जाएगा। इसके लिए ईरानी सरकार ने संसद में बिल पास कर दिया है।
इस ड्रेस कोड के तहत ईरानी महिलाओं के टाइट कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। पुरुष और महिलाओं को ड्रेस कोड के हिसाब से ही कपड़े पहनने पड़ेंगे। महिलाओं को हिजाब पहनने का दिया जायेगा। प्रस्तावित कानून के अनुसार महिलाएं टाइट कपड़े नहीं पहन सकती। दरअसल ऐसे कपड़े पहनने पर रोक लगेगी जिसे पहनने पर बॉडी पार्ट्स दिखाई देते हों।
कानून में यह प्रावधान देश के शरिया नियमों पर आधारित किए गए हैं। इस कानून के अनुसार महिलाओं और लड़कियों को अपने बालों को हिजाब से ढंकना होगा और लंबे-ढीले कपड़े पहनने होंगे। यह नियम पुरुषों से अछूता नहीं है। उन्हें भी ढीले ढाले पोशाकों को ही पहनना होगा जिससे उनका सीना और टखनों के ऊपर का हिस्सा न दिखे।
खबरों के अनुसार यह क़ानून ईरान में अगले महीने अक्टूबर तक लागू किया जयेगा। यह बिल ईरानी संसद द्वारा पारित हो जाने के बाद गार्डियन काउन्सिल द्वारा पारित किया जाएगा। जिसके बाद ही यह कानून बनेगा। गार्डियन काउन्सिल मौलवियों और लीगल एक्सपर्ट का एक समूह है। संसद में ड्रेस कोड के समर्थन में 152 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में 34 वोट पड़े, वहीं सात सांसदों ने इस मामले से हाथ खडे कर लिए उन्होंने किसी भी पक्ष में वोट नहीं किया।
ड्रेस कोड के उलंघन पर कड़ी करवाई
इस बिल को संसद में लगभग सांसदों का समर्थन मिला है। महिलाएं यदि बिना हिजाब के पाई जाती हैं तो उन्हें दस साल की सजा हो सकती है। वहीं 5 हजार से 50 हजार ईरानी रियाल तक के जुर्माने का प्रावधान है। मीडिया, एनजीओ या विदेशी सरकार के साथ मिलकर ‘नग्नता को बढ़ावा देने’ या हिजाब का अपमान करने वालों को जुर्माना और जेल तो होगा ही। साथ ही उन वाहनों मालिकों पर भी जुर्माना लगेगा जिसमें बिना हिजाब के महिलाएं यात्रा कर रही होंगी।
बिना हिजाब, वेस्टर्न ड्रेस में नजर आने लगीं महिलाएं
गौरतलब है कि ईरान में इस प्रकार का विधेयक ऐसे समय में लाया गया जब मेहसा अमीनी की बरसी पर महिलाओं की नराजगी फिर सामने आई हो। कथित रूप से हिजाब नहीं पहनने को लेकर अमिनी की गिरफ्तारी और कस्टडी में मौत के बाद ईरान में महिलाओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया था।
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पिछले साल से चले आ रहे लंबे प्रदर्शन में महिलाओं ने अपने अपने बाल काटे, हेडस्कार्फ़ जलाए, इसके अलावा ईरानी महिलाएं वेस्टर्न ड्रेस में भी दिखाई दी। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाई में कथित रुप से सैकड़ो लोगों की जान गई है। हिजाब विरोध में महिलाये सर्वजनिक स्थलों पर बिना हिजाब के दिखाई देने लगी। महिलाओं ने हिजाब पहनना छोड़ दिया। जिसके बाद निगरानी के लिए ईरानी सरकार ने मार्केट में और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए।
मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार ईरान सरकार नए नियमों को लागू करने के लिए मोरल पुलिस को सख्ती से आदेश दे सकती है। प्रस्तावित कानून को गार्डियन काउंसिल की मंजूरी मिलने के बाद पुलिस सिर्फ महिला ही नहीं पुरुषों के साथ भी सख्ती से पेश आएगी। 1979 की क्रांति के बाद से ही ईरान में महिलाओं के लिए खास ड्रेस कोड लागू है। जिसका वहां की महिलाएं लगातार विरोध कर रही है।
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