उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में पुलिस के कथित एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की 90 वर्षीय दादी की रविवार को मौत हो गई। पिछले रविवार को झांसी के जिस घाट पर पुष्पेंद्र यादव का अंतिम संस्कार किया गया था, वहीँ ठीक एक सप्ताह बाद यानी आज पुष्पेंद्र की दादी को मुखाग्नि दी गई। परिजनों का कहना है कि पोते की मौत के बाद वह लगातार रोए जा रही थी और सदमा लगने से उनकी मौत हो गई है। एक सप्ताह के भीतर परिवार में हुई दूसरी मौत से पूरा गांव शोकाकूल है I मालूम हो कि 5 अक्तूबर की रात दुस्साहसिक तरीके से मोंठ थाने के इंस्पेक्टर पर हमला करने के बाद कार लूटकर भागने वाले पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में रविवार को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। प्रभारी निरीक्षक ने आरोप लगाया था कि हमलावरों ने गोली चलाई और कार लूटकर ले गए। इसके बाद घायल इंस्पेक्टर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। इस मामले में देर रात एरच के करगुवां निवासी विपिन, पुष्पेंद्र व रविंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पुष्पेंद्र यादव की मौत हत्या है या एनकाउंटर ?
बताया गया कि 29 सितंबर को बालू से भरा ट्रक बंद किए जाने के विरोध में इंस्पेक्टर पर हमला किया गया था। घटना के बाद पुलिस ने हमलावरों की घेराबंदी की थी।