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कोरोना पर पीएम ने ली अहम बैठक, जल्दी ही छह और वैक्सीन  

पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 93 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। हालत बहुत नाजुक है। इस बीच प्रधानमंत्री ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की । इस बैठक में कोविड-19 से संबंधित मुद्दों और वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा की गई ।  बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सचिव और डॉक्टर विनोद पॉल शामिल रहे । कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उम्मीद की  भी किरणें भी जग रही हैं।  देश में छह और वैक्सीन ट्रायल प्रक्रिया से गुजर रहीं हैं। इसमें एक वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पूरा भी हो चुका है।

दरअसल , केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह केंद्रीय दवा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में ड्रग रेगुलेटर के एक्सपर्ट कमेटी के तमाम सदस्यों के अलावा केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन के भी आला अधिकारी शामिल हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, कमेटी ने देश में जल्द ही लांच होने वाली वैक्सीन और उनकी पूरी तैयारियों का ब्यौरा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ साझा किया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने के साथ छह अन्य वैक्सीन ट्रायल की प्रक्रिया से गुजर रही  हैं। अनुमान है कि अगले कुछ महीनों में ये सभी वैक्सीन चरणबद्ध तरीके से अपनी वैधानिक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद बाजार में उतार दी जाएंगी।

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बताया जाता है कि स्पूतनिक और जॉनसन एंड जॉनसन के अलावा देश में चार और अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। अगले 4 से 6 महीने के भीतर इनका ट्रायल पूरे  हो जाएंगे और इन्हें बाजार में उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केंद्र सरकार की पूरी तैयारी है कि इस साल के अंत तक हम दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 वैक्सीन के न सिर्फ उत्पादनकर्ता बनें , बल्कि पूरी दुनिया को अपनी वैक्सीन से सुरक्षित भी कर सके। इसके लिए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वैक्सीन को मॉनीटर करने वाली आईडीआरसी लगातार मॉनिटरिंग भी कर रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात को लेकर ज्यादा जोर दे रहा है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन बाजार में हों और लोग  सुरक्षित हो सकें । यही वजह है कि सभी वैधानिक तरीकों से पूर्ण किए गए ट्रायल और उनके ट्रायल के परिणामों के साथ इनकी मॉनिटरिंग हो रही है। वैक्सीन लॉन्चिंग की प्रक्रिया से जुड़े  अधिकारी बताते हैं  कि  साल के अंत तक हमारे पास कम से कम आठ अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन उपलब्ध होंगी।

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