देश की राजधानी दिल्ली में हर बीतते दिन कोरोना लोगों की जान ले रहा लेकिन ऑक्सीजन की किल्लत की भरपाई अब तक संभव नहीं हो पाई है। 1 मई, शनिवार को यहां के बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (जठरांत्र विज्ञान) विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना मरीजों की जान चली गई। बत्रा अस्पताल में इससे पूर्व आठ लोगों के मरने की जानकारी दी गई थी।
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर एससीएल गुप्ता द्वारा कहा गया कि जिन लोगों की ऑक्सीजन की किल्लत के चलते मौत हुई उन आठ रोगियों में से छह रोगी आईसीयू में जबकि दो उच्च निर्भरता वार्डों में भर्ती थे। इसके बाद ऑक्सीजन की कमी से चार और मरीजों की मौत हो गई, जिसकी वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई।
ऑक्सीजन की कमी के कारण मरने वालों में अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (जठरांत्र) विभाग के प्रमुख आरके हिमतानी भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि हिमतानी को 15-20 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
Also read: “क्यों ऑक्सीजन की कमी से त्रस्त है देश ?”
दिल्ली हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
बत्रा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सप्लाई में विलम्ब के कारण हुई 12 लोगों की मौत पर दिल्ली हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। अदालत द्वारा दिल्ली को जल्द 490 एमटी ऑक्सीजन देने का केंद्र को आदेश दिया गया है साथ ही केंद्र को चेतावनी दी गई है कि अगर आदेश पूरा नहीं हुआ तो कोर्ट की अवमानना की करवाई का सामना करने को तैयार रहे। केंद्र को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को कहा कि अब बहुत हो चुका ‘Enough is Enough’ कोर्ट ने कहा, आप (केंद्र सरकार) क्या कहना चाहते हैं कि हम अपनी आंखे बंद कर लें और लोगों मरते रहे। आपने दिल्ली से जो 490MT ऑक्सीजन देने का वादा किया है उसे पूरा कीजिए।
बत्रा अस्पताल की ओर से बताया गया कि 1 मई को ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए संकटकालीन संदेश (SOS) भेजा गया था। डॉ. एससीएल गुप्ता ने कहा कि शनिवार सुबह जब 2,500 लीटर ऑक्सीजन शेष थी तो उन्होंने इसकी कमी को लेकर अधिकारियों को सूचना दी। अस्पताल के अधिकारियों ने दोपहर करीब साढ़े 12 बजे दावा किया कि ऑक्सीजन नहीं बची है। इसके बाद एक बजकर 35 मिनट पर ऑक्सीजन का टैंकर हॉस्पिटल आया। लेकिन हम मरीजों की जान नहीं बचा सके।
वहीं, ऑक्सीजन की कमी के चलते दिल्ली के कई अस्पतालों ने अब मरीजों की भर्ती लेना बंद कर दिया है। दिल्ली के ही वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल समेत कई और भी अस्पतालों ने ये फैसला लिया है। सूत्रों के मुताबिक फोर्टिस अस्पताल के पास केवल चार घंटे तक की ऑक्सीजन ही शेष है।
इस बीच शनिवार, 1 मई को मीरा बाग स्थित सहगल नियो अस्पताल द्वारा भी ट्विटर पर ट्वीट कर बताया गया कि उनके पास ऑक्सीजन खत्म होने की कगार पर है। करीब दोपहर को 12 बजे ट्वीट किया गया, ‘हम ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए के लिए आपात सहायता का आग्रह करते हैं। हमारे यहां ऑक्सीजन सपोर्ट पर 90 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट और आईसीयू में 13 रोगी भर्ती है।
सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट इत्यादि के तमाम आदेशों के बावजूद केंद्र सरकार दिल्ली को उसकी जरूरत अनुसार ऑक्सीजन नहीं दे पा रहा है। जिसके कारण बत्रा अस्पताल समेत कई अस्पतालों ने नए मरीज लेने बंद कर दिए हैं लगातार अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी चलते मौत का तांडव जारी है।