पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव विपक्ष की एकजुटता के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। ममता बनर्जी की अपील पर बेसक सभी पार्टियों के नेता अभी तक बंगाल न पहुंचे हो ,लेकिन इसकी शुरुआत हो चुकी है। सपा सांसद जया बच्चन बाकायदा टीएमसी के प्रचार में जुट गई हैं।
राज्य में इस बार सत्ताधारी टीएमसी और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा का ग्राफ पिछले कुछ सालों से लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा के इस रथ को रोकने के लिए टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पिछले ही दिनों कांग्रेस समेत देश के प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को चिट्ठी लिखी थी और बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी। उनकी यह अपील अब रंग लाती दिख रही है। दरअसल , समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन टीएमसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने पश्चिम बंगाल पहुंच चुकी हैं। जबलपुर की रहने वाली जया बच्चन मूल रूप से बंगाल की ही हैं। इसी के चलते अक्सर अमिताभ बच्चन को बंगाल का दामाद भी कहा जाता रहा है। टीएमसी ने जया बच्चन को अपनी स्टार प्रचारक की लिस्ट में शामिल किया है। जया बच्चन आज पांच अप्रैल को टालीगंज से टीएमसी कैंडिडेट अरूप बिस्वास के समर्थन में कैंपेन करेंगी। बिस्वास का मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो से हो रहा है।
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नंदीग्राम के बाद यह सीट भी काफी चर्चा में है। एक तरफ तीन बार के टीएमसी विधायक अरूप बिस्वास अपनी सीट बचाने के लिए मैदान में हैं तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो बीजेपी की ओर से मैदान में हैं। बाबुल सुप्रियो एक लोकप्रिय गायक हैं और खासतौर पर बांग्ला सिनेमा में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। टालीगंज की बात करें तो यह इलाका बांग्ला सिनेमा का गढ़ है। इस बीच उनके खिलाफ प्रचार के लिए जया बच्चन का आना विपक्षी दलों की एकजुटता का भी संदेश है, जिसकी अपील टीएमसी की मुखिया और सीएम ममता बनर्जी ने की थी।
कहा जा रहा है कि बंगाल में भाजपा के खिलाफ टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों को एकजुट होने की जो अपील की थी वो अब कारगर होती दिखाई दे रही है। ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी, डीएमके नेता एमके स्टालिन, राजद नेता तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, सीपीआई (एमएल) नेता दीपांकर भट्टाचार्य, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कई विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा था। बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी तृणमूल कांग्रेस के लिए वोट मांग चुके हैं।