कोरोना की दूसरी लहर ने देश को घुटनों पर ला दिया है। कोरोना देश को कड़ी टक्कर दे रहा है। वहीं लगातार नए कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है, भारत मौत को भी नियंत्रण में लाने में विफल साबित हो रहा है। जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं सरकार की विफलता भी नजर आने लगी है। इसी बीच दिल्ली की लेखिका विनीता मोक्किल की ओर से ‘अमेरिकी मोदी भक्तों’ को एक खुला खत लिखा गया है।
विनीता ने इस पत्र में वर्तमान में चल रही राजनीति को देखते हुए भक्तों से भगवा पार्टी को फंड ना करने की सलाह दी है। विनीता मोक्किल ने ‘अमेरिकी मोदी भक्तों’ से कहा कि महामारी के इस समय में इन लोगों द्वारा भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को पतन की ओर धकेल दिया गया है। इसलिए इन्हे फंडिंग ना कर इन्हें सजा दें। “
अमेरिका के मोदी भक्तों के लिए एक खुला पत्र” बीते बुधवार, 2 मई को दक्षिण एशियाई अमेरिकी समाचार वेबसाइट ‘अमेरिकन कहानी’ पर “आपके भगवान के पैर मिट्टी के और हाथ खून से सने” शीर्षक वाला यह लेख प्रकाशित हुआ था। ‘द टेलीग्राफ’ से बात करते हुए विनीता ने बताया कि “यह वक्त भक्तों के आत्मनिरीक्षण के लिए एकदम सही है। विशेषकर उन लोगों के लिए जिन्होंने राम मंदिर के नाम पर वोट दिया और अब महामारी से प्रभावित हैं। “
मोदी की दरकती छवि
उन्होनें लेख में लिखा, “पूरा भारत सांसो के लिए मोहताज है लोगों को अस्पताल नहीं मिल पा रहे है। लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं जब सड़कों पर लगो बीमार पड़े हैं। अस्पतालों के गेट परबेड के लिए कतारों में हैं। ऐसे कठिन समय में तुम्हारा भगवान दिल्ली में अपने लिए 22,000 करोड़ का महल तैयार करवा रहा है।”
विनीता ने आगे लिखा, “इस अभिमानी परियोजना के कारण वह अपनी सरकार को पर्याप्त वैक्सीन की आपूर्ति करने का निर्देश देना भूल गए।” यह एकमात्र ऐसी चीज थी जो भारत के लोगों को कोरोना की दूसरी लहर से बचा सकती थी। “उन्होंने कहा कि वह केवल चुनाव जीतने के लिए जय श्री राम का जाप करते हैं। वह मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ खड़ा करते हैं, और जब तनाव बढ़ता है, तो वह उसमें माचिस लगाने का काम भी करते हैं।”
विनीता द्वारा लिखा गया है, “यदि आपका भगवान हिंदुओं का रक्षक है, जैसा कि वह दावा करता है, यदि आपका भगवान हिंदू राष्ट्र का दाढ़ी वाला मसीहा है, तो उसने सब कुछ जानते हुए भी कुंभ मेले का आयोजन क्यों होने दिया?” जब उन्हें पता था कि उनके समर्थक इसमें चले जाएंगे और संक्रमित हो जाएंगे। “