एक बार फिर कोरोना विश्व के लिए आफत बनता जा रहा है। नए ओमीक्रॉन (Omicron) वैरिएंट ने दुनियाभर में फिर से पाबंदियों का दौर ला दिया है। कोरोना से त्रस्त देशों में धीरे-धीरे खत्म हो रहे प्रतिबंधों पर अब अचानक से ब्रेक लग गया है। टीकाकरण की तेज रफ्तार के साथ ही उम्मीद की जा रही थी कि कोरोना का असर घटने लगेगा। लेकिन प्रतिदिन अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों से रोज रिकॉर्ड कोविड केस आ रहे हैं। इतनी गति से बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से पूरे विश्व को सख्त प्रतिबंधों की वापसी के लिए विवश कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि 57 देशों में Omicron का जाल फैल चुका है और लगातार इसका विस्तार होता जा रहा है। 57 देशों में दस्तक दे चुके Omicron से कई देशों में पुनः लॉकडाउन की स्थिति पैदा होने लगी है। यूरोप के अधिकांश देश इस नए वेरिएंट की चपेट में हैं। लगातार बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन चिंता जाहिर की है।
Omicron वेरिएंट से ज्यादा वेरिएंट बीए.2 विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि Omicron का वेरिएंट बीए.2 ज्यादा संक्रामक हो सकता है और इसका असर मूल वायरस से भी ज्यादा हो सकता है। अब तक 57 देशों में इसके मामले में मिल चुके हैं। ओमीक्रॉन का पता दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका में चला था और दो महीनों से कम समय में यह पूरी दुनिया को अपनी जकड़ में ले चुका था।
अपने साप्ताहिक अपडेट में डबल्यूएचओ ने कहा कि पिछले एक महीने में जितने नमूने जमा किए गए उनमें से 93 प्रतिशत में ओमीक्रॉन के अलग-अलग सब-वेरिएंट्स बीए. 1, बीए. 1.1, बीए. 2 और बीए. 3 पाए गए हैं. बीए. 1 और बीए. 1.1 की पहचान सबसे पहले हुई थी और यह संक्रमण का 96 प्रतिशत हिस्सा है।
बीए.2 मूल वायरस से अलग है और इसके मामलों में स्पष्ट वृद्धि देखी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा, “बीए.2 के मामले 57 देशों द्वारा रिपोर्ट किए गए हैं। कुछ देशों में तो ओमीक्रॉन के कुल मामलों के आधे इसी के हैं।”
डबल्यूएचओ का कहना है कि इन सब-वेरिएंट्स के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है इसलिए और ज्यादा अध्ययन किया जाना चाहिए जो इसके संक्रामक स्वभाव और प्रतिरोध क्षमता को धोखा देने की खूबी के बारे में और ज्यादा जानकारी दे सके। हाल ही में हुए कई अध्ययनों में बीए. 2 को मूल ओमीक्रॉन से ज्यादा संक्रामक बताया गया है।
कोविड अब भी खतरनाक है
कोविड पर संगठन की विशेषज्ञ मारिया वान केरखोव ने बताया कि ज्यादा जानकारी तो उपलब्ध नहीं है लेकिन शुरुआती आंकड़े ऐसा संकेत देते हैं कि बीए. 1 के मुकाबले बीए. 2 की वृद्धि थोड़ी ज्यादा है।
आमतौर पर ओमीक्रॉन पहले के ज्ञात वेरिएंट जैसे डेल्टा के मुकाबले कम घातक है और इसके लक्षण उतने गंभीर नहीं हैं। डॉ. वान केरखोव ने कहा कि अब तक तो ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि बीए. 2 की गंभीरता पहले से ज्यादा है. लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी वेरिएंट हो, कोविड अब भी एक बहुत खतरनाक बीमारी है और लोगों को इससे बचना चाहिए।
डॉ. केरखोव ने कहा, “हमें लोगों को इस बारे में जागरूक करना चाहिए कि यह वायरस अब भी फैल रहा है और अब भी अपने स्वरूप बदल रहा है. बहुत जरूरी है कि हम सावधानी बरतें, और जो भी वेरिएंट फैल रहा हो, उससे बचकर रहें।”