मशहूर शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana) के घर कल देर रात में रायबरेली की पुलिस घुस गई। Munawwar Rana के परिवार का कहना है कि उन्होंने घर की महिलाओं और लड़कियों के साथ बदतमीज़ी की। वे मुनव्वर राना के बेटे तबरेज की तलाश में आए थे, Munawwar Rana का रायबरेली में अपनी पुश्तैनी ज़मीन को लेकर अपने भाइयों से झगड़ा चल रहा है।
पिछली 28 तारीख की Munawwar के बेटे तबरेज़ ने रायबरेली में अपनी कार पर गोली चलने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।एक रिपोर्ट में मुनव्वर के भाई इस्माइल, जमील, शकील, राफे और भतीजे यासिर को नामजद किया गया था।
मुनव्वर राना की बेटी सोमैया राना ने एक चैनल को बताया कि,”रात तकरीबन पौन बजे बड़ी तादाद में पुलिस वाले उनके घर में घुस आई। वे लोग उनकी लाइब्रेरी से लेकर उनके बेड रूम तक घुस गए। उस वक़्त घर में महिलाएं और बच्चियां भी थीं, जबकि पुलिस टीम में केवल पुरुष थे। इस पर ऐतराज करने पर उन्होंने मौक़े पर इलाके के थाने से एक महिला पुलिस को भी बुलवा लिया। पुलिस ने घर की महिलाओं से हाथापाई की और उनका वीडियो बना रही मुनव्वर राना की नातिन का मोबाइल भी छीन ले गए। इस बारे में रायबरेली पुलिस का कहना है कि वह जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर जानकारी देंगे।
रायबरेली के एसपी श्लोक कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ,”मुनव्वर राना के बेटे तबरेज़ के ऊपर हमले की खबर पुलिस की जांच में फर्जी निकली है। जांच के दौरान रायबरेली के दो अपराधी हलीम और सुल्तान पकड़े गए हैं, जिन्होंने यह कबूल किया कि तबरेज़ ने उनसे अपनी कार पर गोली चलवाने कहा था।”
उनकी कार पर गोली चलवाने के लिए उन्होंने संतोष और शुभम नाम के दो शूटर हायर किए थे। दोनों शूटर भी पकड़ गए हैं, जिन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।इस मामले में तबरेज़ फरार चल रहा है।
तबरेज ने ही पुलिस में केस दर्ज करवाया था कि उनकी कार पर गोली चलाई गई है।उन्होंने चाचा के परिवार पर शक जताया था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार अभी तक
घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज और जांच के बाद पता चला कि Tabrez ने अपनी पैतृक संपत्ति जितना हिस्सा है, उससे अधिक बेच दी थी। चाचा को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी।इसे लेकर तबरेज भी परेशान था।Tabrez ने प्लानिंग की कार पर फायरिंग होगी तो चाचा फंस जाएंगे।इसके अलावा वह चुनाव भी लड़ना चाह रहा था तो गाड़ी पर फायरिंग की खबर से उनके मीडिया फुटेज भी मिल जाएगा।उसने हलीम और सुल्तान के साथ पूरी योजना बनाई।दोनों पकड़े जा चुके हैं। फिलहाल मुनव्वर का बेटा तबरेज फरार है और उसकी तलाश में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।
तबरेज राना का ये था प्लान !
मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली पुलिस के साथ ही एसओजी को इसका जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए। दोनों टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और जिले के अपराधियों से पूछताछ की तो शक की सुई तबरेज की ओर घूम गई। इसके बाद पुलिस ने 4 युवकों को गिरफ्तार कर लिया। जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया। आरोपियों ने बताया कि तबरेज ने ही अपने चाचा और उनके बेटों को फंसाने, मीडिया कवरेज और सरकारी सुरक्षा पाने के लिए प्लान बनाया था। बताया जा रहा है कि सगे भाई को फंसाकर संपत्ति हड़पने और चुनाव लड़ने के लिए मुनव्वर राना के परिवार ने पूरी साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध असलहे और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली है।
छोटे भाई बोले- ‘Munawwar का दोष नहीं’
मुनव्वर राना के छोटे भाई शकील राना ने बताया कि यह पूरा मामला पहले ही गलत था। जबरदस्ती हम लोगों को फंसाया गया था। ऊपरवाले की कृपा थी कि हम लोग निर्दोष पाए गए। इसमें बड़े भाई मुनव्वर राना का कोई दोष नहीं है। जमीन और पैसे को लेकर किसी ने तबरेज राना को बहकाया होगा।
शकील राना का कहना है, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि चूंकि मुनव्वर राना का दिमाग थोड़ा काम नहीं करता है। कभी-कभी भूलने की आदत भी है। उनके एक बेटा और पांच बेटियां हैं। उनकी बेटियों ने अब सरकार पर आरोप लगाया है कि शाहीन बाग(SHAHEEN BAGH) वाले मामले में हम लोगों ने विरोध किया था, इसलिए सरकार इसका बदला ले रही है।