रविवार को ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर सीधा निशाना साधा।इस दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी वहां शामिल थे। साथ ही पीएम मोदी ने हाल ही में जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि ”देश के सामने 70 साल से अनुच्छेद 370 एक चुनौती थी। जिसे भारत ने कुछ दिनों पहले विदाई दे दी है| उन्होंने कहा ”ऐसा कहा जा रहा है कि इस फैसले को इसलिए लिया गया ताकि जम्मू और कश्मीर के “विशेष हितों” को सुरक्षित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि ”यह इस देश की विडंबना है कि अनुच्छेद 370 हटाये जाने को लेकर अन्य जगहों पर खुशी मनाई जा रही है। लेकिन राज्य (जम्मू-कश्मीर) के लोग ही इससे खुश नहीं हैं, जहां इसका फायदा होना सबसे ज्यादा होने की उम्मीद की जा रही है।” इस तरह अनुच्छेद 370 का जिक्र करते ही पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती भड़क उठी। यह कोई पहली बार नहीं है कि जब महबूबा मुफ़्ती ने अनुच्छेद 370 हटाने पर पीएम मोदी की आलोचना की हो। मुफ़्ती ने अनुच्छेद 370 हटाने से पहले कहा था कि जब बात जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की हो तो भाजपा को आग से नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि अनुच्छेद 370 खत्म करना, राज्य की भारत से आजादी होगी। महबूबा मुफ़्ती ने कहा यदि आप जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 से मुक्त करते हैं तो आप राज्य को देश से भी मुक्त करेंगे। मैंने कई बार कहा था कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर को देश से जोड़ता है। जब आप इस सेतु को तोड़ते हैं, भारत राज्य पर अपनी वैधता भी खो देगा। वह कब्जा करने वाली ताकत बन जाएगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि ”न समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिंदुस्तान वालों, तुम्हारी दास्तान तक भी न होगी दास्तानों में”। जम्मू कश्मीर विस्फोटक है. यदि आपने चिंगारी लगाई, तो सब कुछ आग की लपटों में होगा। कोई जम्मू कश्मीर और भारत नहीं होगा।
इससे पहले मुफ्ती ने कहा था कि ”अनुच्छेद 370 समाप्त होने पर भारतीय संविधान राज्य में लागू नहीं होगा। यह सारी बात महबूबा मुफ़्ती ने उस दौरान कही जब वह भाजपा के घोषणा पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहीं थी। इससे पहले भी मुफ्ती ने कहा था कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने पर भारतीय संविधान राज्य में लागू नहीं होगा।