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केंद्र ने चेताया बेकाबू हो रहा कोरोना, 45 साल से ऊपर वालों को कल से लगेगी वैक्सीन 

देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। रोजाना आने वाले मामलों में आज 31 मार्च को  थोड़ी राहत जरूर मिली है। बीते 24 घंटे के अंदर देश में कोरोना  के 53 हजार 480 नए मामले दर्ज किए गए हैं तो वहीं इस दौरान 41 हजार 280 मरीज ठीक हो गए हैं। हालांकि, चिंता की बात यह है कि इस बीच मौत का आंकड़ा साढ़े तीन सौ पार कर गया है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दिन में कोरोना वायरस से 354 लोगों की जान गई है। इसी के साथ अब भारत में कोरोना वायरस के कुल 1 करोड़ 21 लाख 49 हजार 335 मामले रिपोर्ट हो चुके हैं। इनमें से 1 करोड़ 14 लाख 34 हजार 301 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच टीकाकरण जारी है। केंद्र सरकार ने माना है कि देश में कोरोना के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यह तब है जब कोरोना का टीकाकरण अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले कुछ हफ़्तों में हालात ख़राब ही होते गए हैं और यह बड़ी चिंता की बात है। इसने आरटी-पीसीआर टेस्ट पर ध्यान केंद्रित करने के साथ परीक्षण को तेज़ करने, शीघ्रता से संपर्क को आइसोलेट करने, स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने और स्वास्थ्य संसाधनों को व्यवस्थित करने के लिए निर्देश दिया।

देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर भी केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया  है जिसके तहत कल 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी कोरोना का टीका लगवाने की बात कही गई  है।

इससे पहले 45 साल से अधिक उम्र के उन्हीं लोगों को कोरोना वैक्सीन लग रही थी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। लेकिन अब सरकार ने लोगों से अपील की है कि 45 साल के सभी लोग कोरोना का टीका लगवा लें। इसकी प्रक्रिया कल से देश भर में शुरू हो जाएगी।

क्यों जरूरी है 45+ का टीकाकरण ?

सरकार ने बताया है कि अब तक के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से होने वाली 80 फीसद मौतें 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में ही हुई हैं। इससे साफ जाहिर है इस उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने से कोरोना से होने वाली मौतों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। सरकार की ओर से ये भी साफ किया गया है कि एक बार 45+ वाले लोगों को वैक्सीन लग जाने के बाद 45 साल से नीचे उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी।

केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर सभी राज्यों को चेतावनी दी है। केंद्र ने  कहा कि देश में कोरोना के हालात बद से बदतर हो रहे हैं। खासतौर पर कुछ राज्यों के लिए यह बहुत बड़ी परेशानी वाली बात है। सरकार ने कहा कि पूरा देश जोखिम में है, ऐसे में किसी को भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।

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सरकार ने बताया कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 में से 8 जिले महाराष्ट्र से हैं और दिल्ली भी एक जिले के रूप में इस सूची में शामिल है। हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने बताया कि जिन 10 जिलों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं, उनमें पुणे में 59 हजार 475, मुंबई 46 हजार 248, नागपुर 45 हजार 322, ठाणे 35 हजार 264, नासिक 26 हजार 553, औरंगाबाद 21 हजार 282, बेंगलुरु नगरीय 16 हजार 259, नांदेड़ 15 हजार 171), दिल्ली 8 हजार 32) और अहमदनगर 7 हजार 952 शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से दिल्ली में कई जिले हैं, लेकिन इसे एक जिले के रूप में लिया गया है।

स्वास्थ्य प्रणाली चरमराने का खतरा: पॉल  : नीति आयोग के सदस्य (हेल्थ) वीके पॉल ने कहा कि हम काफी गंभीर और खतरनाक हालात से गुजर रहे हैं, खासकर कुछ जिलों में। लेकिन पूरा देश जोखिम में है, इसलिए वायरस की चेन को तोड़ने के लिए और जिंदगियां बचाने के लिए हमें सारी कोशिशें करनी होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अस्पताल और ICU संबंधी तैयारियां रखनी होगी। अगर मामले इसी तेजी से बढ़े, तो स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा जाएगी।

मामले बढ़ने की बड़ी वजह

अधिकांश राज्यों में आइसोलेशन ठीक से नहीं हो रहा है। लोगों को घर पर ही आइसोलेट या क्वारैंटाइन होने को कह तो दिया जाता है, लेकिन उसकी निगरानी ठीक से नहीं हो रही है।

राज्यों में जिस गति से केस बढ़ रहे है, उस हिसाब से टेस्ट नहीं किए जा रहे। कांटैक्ट ट्रेसिंग में कमी आई है।कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन नहीं हो रहा है।

महाराष्ट्र-पंजाब में पॉजिटिविटी रेट में बढ़ोतरी

हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में नए मामलों में तेजी आई है। इस दौरान औसत पॉजिटिविटी रेट में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। साथ ही कुछ राज्यों में पॉजिटिविटी रेट भारत के औसत से भी ज्यादा है। भारत का औसत पॉजिटिविटी रेट 5.65फीसदी  है, जबकि इन राज्यों की उससे ज्यादा। महाराष्ट्र में 23.44 फीसदी , पंजाब में 8.82 फीसदी , छत्तीसगढ़ में 8.24 फीसदी और मध्यप्रदेश में 7.82 फीसदी  की दर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

कोवैक्सीन और कोविशील्ड ब्राजील और UK वैरिएंट पर भी प्रभावी

केंद्र सरकार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरनाक ब्रिटेन और ब्राजीलियन वैरिएंट के खिलाफ कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीका प्रभावी है। सरकार ने आगे बताया कि संक्रमण के दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट को लेकर रिसर्च जारी है। इसके रिजल्ट जल्द सामने होंगे।

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