कोई भी मां अपने बच्चे को नहीं छोड़ना चाहती – लेकिन फिलीपींस में, यह देखा जा रहा है कि वहां की महिलाओं के पास इसके आलावा कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि वहां की महिलाओं को अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए विदेशों में काम करने जाना पड़ता है।
फिलीपींस प्राधिकरण के अनुसार, देश के 2.2 मिलियन लोगों को देश से बाहर जाकर नौकरियां तलाश करनी पड़ रहीं हैं। फिलीपींस में, उच्च जन्म दर की वजह से अर्थव्यवस्था की तुलना में तेजी से बेरोजगारी बढ़ी है। बेरोजगारी ने कई लोगों को काम खोजने के लिए विदेश जाने के लिए मजबूर किया है।
यही कारण हैं कि वहां अपने बच्चों को छोड़कर देश के बाहर जाकर नर्स,क्लीनर ,हॉस्पिटैलिटी आदि नौकरी करनी पड़ रही है। पर सवाल यह है कि वे अपने घर को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए आखिर किस चीज का दांव लगा रही हैं ? क्या बच्चों के संरक्षण और परवरिश में कमी नहीं रह जाएगी ?ऐसे में क्या सरकार को कोई हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए ?
एक मीडया चैनल ने जब फिलीपींस की इन कामकाजी महिलाओं से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि,
‘हम कई वर्षों बाद या वर्ष में एक बार ही अपने बच्चों से मिल पाते हैं। ऐसे में कई बार हमारे बच्चे हमें पहचान भी नहीं पाते हैं। यह सच में बहुत पीड़ादायी होता है। ‘
इसके आलावा जब उन बच्चों से बात किया गया तो अधिकतर बच्चों ने जवाब दिया कि,’हमारी मायें हमारे लिए जो त्याग कर रहीं हैं उसके लिए हमारे दिल में सम्मान और बढ़ जाता है। हम फोन के सहारे एक दूसरे के टच में रहते हैं। दूरी का एहसास तो होता है पर उनकी भी मजबूरियां हैं। ‘
2019 में 2.2 मिलियन से अधिक फिलिपिनो ने विदेशों में किया काम
2019 में 2.2 मिलियन से अधिक फिलिपिनो ने विदेशों में काम किया।लेकिन उनकी आय उच्च व्यक्तिगत लागत पर आती है। कभी-कभी उनके बच्चों के साथ उनके संबंध क्षतिग्रस्त रहते हैं, उनके लौटने के वर्षों बाद भी। अन्य समय में, उनके बच्चों का जीवन घर पर माता-पिता के बिना बंद नुमा ही रहता है।
फिलीपीन के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने 2019 के कार्यक्रम में अपने आर्थिक योगदान के लिए इन श्रमिकों की प्रशंसा की थी। उच्च बेरोजगारी दर के बावजूद, कई फिलिपिनो अभी भी मानते हैं कि उच्च शिक्षा उनके बच्चों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद कर सकती है। लेकिन यह फ़िलहाल एक महंगा सपना सा ही लगता है।