अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार देर रात को तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से टेलिफोन पर बात की। दोनों के बीच अफगानिस्तान में शांति कायम करने को लेकर चर्चा हुई। व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को हुई बातचीत में हिंसा में कमी लाने की जरूरतों पर जोर दिया।
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘उन्होंने (ट्रम्प) तालिबान से इस्लामिक गणराज्य अफगानिस्तान की सरकार के प्रतिनिधियों के साथ-साथ अन्य अफगानियों के साथ अंतर-अफगान वार्ता में भाग लेने का भी अनुरोध किया ताकि 40 साल से अधिक समय से चल रहा युद्ध खत्म हो।” वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पत्रकारों को बताया, ‘‘मैंने आज तालिबान के नेता से बात की। हमारी काफी अच्छी बातचीत हुई।”
गौरतलब है कि अमेरिका और तालिबान के बीच 29 फरवरी को एक ऐतिहासिक समझौता हुआ था। ये शांति समझौता दोहा में हुआ था जहां दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए थे। शांति समझौते के मुताबिक, अफगानिस्तान से अमेरिका अगले 130 दिनों के भीतर सैनिकों की संख्या 13,000 से घटाकर 8,600 करेगा। और 14 महीने के भीतर अपने सभी सैनिकों को वापस बुला लेगा।
हालांकि, अमेरिका, तालिबान और अफगानिस्तान के बीच हुए इस समझौते सवाल उठाए जा रहे हैं। इसकी वजह ये है कि मंगलवार देर रात को जब ट्रम्प और तालिबानी नेता बरदार की फोन पर बातचीत हुई उसके कुछ घंटों के बाद कुंदूज प्रांत के बाग-ए-शेरकत सैन्य बेस पर हमला हुआ। इस हमले में लगभग 20 अफगान सैनिकों की मौत हो हुई। इसके अलावा तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में भी हिंसा की कई घटनाएं हुईं। अब सवाल उठाए जा रहे हैं कि शांतिवार्ता और हिंसा एक साथ कैसे चल सकता है।