अमेरिकी राष्ट्रपति के दौड़ में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन के पक्ष में हिलेरी क्लिंटन उतर आई हैं। बाइडेन की ओर से कोविड-19 पर चर्चा के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें क्लिंटन ने यह घोषणा की थी कि उन्होंने ट्रंप का नाम तो नहीं लिया। लेकिन इस वैश्विक महामारी से निपटने के रिपब्लिकन पार्टी से आने वाले राष्ट्रपति के रवैये पर हमला जरूर बोला और उनकी तुलना में बाइडेन के अनुभव की तारीफ़ की।
गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए नवंबर में चुनाव होने हैं। बाइडेन कहते है की वह किसी महिला को उप-राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं। क्लिंटन का बाइडेन को समर्थन करना इसका उदाहरण है कि पार्टी में विविध विचारधाराओं के नेता भी उनके समर्थन में हैं। पहले भी पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन आदि बाइडेन के समर्थन में सार्वजनिक तौर पर आ चुके हैं।
बाइडेन का कहना था कि मिशेल ओबामा यदि उनकी साथी भागीदार बनतीं तो उन्हें और भी अच्छा लगता। साथ ही उन्होंने ये भी जोड़ा है कि उन्हें नहीं लगता कि मिशेल ओबामा को व्हाइट हाउस के नजदीक ही रहने में ज्यादा दिलचस्पी है। उन्होंने कहा कि अभी ये कहना जल्दबाजी होगी कि उपराष्ट्रपति के पद पर किसे चुना जाना चाहिए। परंतु वो इस बात का भी वादा करते हैं कि वो एक महिला को ही उपराष्ट्रपति चुनेंगे और महिला के चुनाव में वो किसी प्रकार के रंग को तवज्जो नहीं देंगे।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने देश में 3 नवंबर, 2020 को होने वाले रष्ट्रपति चुनाव को कोरोना वायरस संकट के कारण टाले जाने की किसी भी आशंका से इनकार कर दिया है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैंने चुनाव की तारीख टालने के बारे में कभी नहीं सोचा। मैं ऐसा क्यों करुंगा? 3 नवंबर चुनाव के लिए अच्छी तारीख है।” राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से ट्रंप के संभावित प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने पिछले ही सप्ताह कहा था कि ट्रंप तारीख बदलने पर विचार कर रहे हैं।