अमेरिका के वाणिज्य मंत्री बिलवर रोस का कहना है कि चीन एशिया के लिए सैन्य और आर्थिक तौर पर सबसे ज्यादा खतरा है। रोस ने यह भी कहा कि चीन ऐसा देश है जिसने ट्रेड में किसी भी अंतरराष्ट्रीय नियम को मानने से इंकार कर दिया है। 8 दिसंबर को सिंगापुर के मिल्केन इंस्टीट्यूट में एशिया समिट के दौरान रोस ने यह चिंता जाहिर की है।
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड लड़ाई तेज रही। रोस ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि ड्यूटी ऑडर्स की बात है तो चीन ने 210 बार नियम तोड़ा इसका अमेरिका को नुकसान हुआ। उन्होंने चीनी कंपनियों को लेकर सख्त रुख भी अपनाया। अमेरिका को अपनी नेशनल सिक्योरिटी पर फोकस करना है। रोस ने एंटी डम्पिंग ड्यूटी का जिक्र भी किया। चीन ने गैर कानूनी तौर पर अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें कम कीं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचा।
रोस ने यह भी कहा कि चीन ऐसा देश है जिसने ट्रेड में किसी भी अंतरराष्ट्रीय नियम को मानने से इंकार कर दिया है। 8 दिसंबर को सिंगापुर के मिल्केन इंस्टीट्यूट में एशिया समिट के दौरान रोस ने यह चिंता जाहिर की है। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड लड़ाई तेज रही। रोस ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि ड्यूटी ऑडर्स की बात है तो चीन ने 210 बार नियम तोड़ा इसका अमेरिका को नुकसान हुआ
समिट के दौरान रोस ने एशियाई देशों को खासतौर पर अलर्ट कर दिया। चीन एशियाई देशों के लिए आर्थिक और सैन्य रूप से सबसे बड़ा खतरा है। उसने 14 देशों के साथ कारोबारी समझौते भी किये। लेकिन इससे संवेदनशील मामले हल नहीं होंगे। रोस ने कहा कि सबसे जरूरी बात यह है कि हम दुनिया के देश फ्री और फेयर ट्रेड पर फोकस करें। हमें अपनी नेशनल सिक्योरिटी और आर्थिक हितों को ध्यान में रखना होगा।
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के आर्थिक रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका ने हाल ही में चीन की कई कंपनियों पर अमेरिका में कारोबार पर रोक लगा दी। अमेरिका ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां कहीं न कहीं चीन की सेना को मदद पहुंचाती हैं। इनके कारोबारी तरीका से दुनिया की अर्थव्यवस्था को खतरा होगा।