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युद्ध के मैदान में उतरने वाले राष्ट्रपति की असमय मृत्यु

पश्चिमी अफ्रीकी देश चाड के राष्ट्रपति इदरिस डेबी विद्रोहियों के साथ चल रही लड़ाई में मारे गए। डेबी विद्रोहियों और आतंकियों के खिलाफ लड़ रही सेना से मिलने फ्रंटलाइन पोस्ट पर गए थे। विश्व इतिहास के वह पहले ऐसे राष्ट्रपति है जो अपने विद्रोहियों से लोहा लेने के लिए खुद संघर्षरत क्षेत्र में चले जाते थे। उनकी आयु 68 साल थी। बोको हराम आंतकी संगठन के लडाकों ने पिछले साल मार्च में चाड के बोहोम गांव में चाडियन सेना के ठिकाने पर जानलेवा हमला किया था, तब इदरिस को अपने सैनिकों के साथ चाड झील के तट पर चलते देखा गया था। जिसे देखकर ऐसा लगता था कि कोई सैनिक अपनी लंबी छुट्टी काटकर दोबारा युद्ध के मैदान में उतरा हो।

चाड के लोग उस समय शोक में चले गए जब चाड की सेना ने यह घोषणा कि राजधानी एन्डजामेना की ओर बढ़ते विद्रोहियों के खिलाफ फ्रंट पर लड़ते हुए सैनिकों की मृत्यु के बाद इदरिस डेबी की भी मौत हो गई। सेना के प्रवक्ता आजम बरमंडो अगौना ने एक बयान में कहा देश के राष्ट्रपति, राष्ट्राध्यक्ष, सेना के सर्वौच्च प्रमुख इदरिस डेबी युद्ध के मैदान में राष्ट्र की अखंडता की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। हालांकि अभी तक डेबी की मौत की सही स्थिति स्पष्ट नहीं है। पश्चिमी अफ्रीकी देशों में सबसे लंबे समय तक चाड पर इदरिस डेबी ने शासन किया। उन्होंने 30 वर्षाों तक चाड को नियंत्रित किया।

डेबी ज़गहवा जातीय समूह से अलग होकर, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र एनेडी में बड़ा हुआ। डेबी 1970 के दशक की शुरुआत में सेना में शामिल हुए, उस समय चाड गृहयुद्ध की चपेट में था। चाड आर्मी ज्वॉइन करने के बाद उन्होंने सेना का अतिरिक्त प्रशिक्षण फ्रांस से प्राप्त किया। इसके बाद डेबी चाड की आर्मी के कमांडर-इन-चीफ बने, 1990 के विद्रोह का अगुवा बनकर और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उन्होंने चाड के सत्ताधारी नेता हिसेन हेबर को सत्ता से बाहर किया था। फरवरी 1990 में उन्होंने अधिकारिक रुप से देश के राष्ट्रपति का पदभार संभाला, इसके बाद 1996 के चुनाव में भी डेबी की जीत होती है। उसके बाद 2001 में उन्होंने सविंधान में संशोधन करके 2018 के चुनाव में हिस्सा लिया, और सत्ता में 2033 तक बने रहने का प्रस्ताव पास करवाया।

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2018 में वार्षिक समाचार सम्मेलन के दौरान डेबी ने कहा था कि, क्या आपने कभी किसी राज्य के प्रमुख को हथियार उठाते और युद्ध में जाते देखा है? आपको लगता है कि मैं ऐसा इसलिए करता हूं क्योंकि मैं बहादुर हूं? क्योंकि मैं साहसी हूं? नहीं, मैं ऐसा इसलिए करता हूं क्योंकि मैं अपने देश से प्यार करता हूं और मैं देश पर आने वाले विकार और दुख की तुलना में युद्ध के मैदान पर मरना पसंद करता हूं। डेबी को पश्चिम और मध्य अफ्रीका में हथियारबंद समूहों और पश्चिमी शक्तियों के प्रमुख सहयोगी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय लड़ाई में लिंचपिन माना जाता था। डेबी के दिशा-निर्देंश के कारण ही चाडियन सेना ने आईएसआईएल और अलकायदा से जुड़े समहूों के खिलाफ साहेल और बोको हराम के पश्चिमी हिस्से बेसिन में लड़ाई में प्रमुख क्षेत्रीय ताकत बन गई। पिछले साल डेबी ने अपने आधिकारिक शीर्षक में “मार्शल” जोड़ा। मार्शल उसे कहा जाता है जिसने काफी समय तक युद्ध के मैदान में सेना का नेतृत्व किया हो।

चाड ने एक महान सैनिक और एक राष्ट्रपति को खो दिया है, जिन्होंने देश की सुरक्षा और तीन दशकों से क्षेत्र की स्थिरता के लिए सहारनीय प्रयास किया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा, कि फ्रांस ने एक “बहादुर दोस्त” खो दिया। व्हाइट हाउस ने चाड के लोगों से अपील की है कि वह चाडियन सविंधान के अनुसार सत्ता को शांतिपूर्ण तरीके हस्तांतरण करे।

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