संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और चीन के बीच अभूतपूर्व संघर्ष पर चिंता व्यक्त की है। गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने का आह्वान किया। चूंकि भारत और चीन के बीच सैन्य वार्ता में सीमा पर तनाव कम करना जारी है।
एक भारतीय सेना के कर्नल सहित बीस भारतीय सैनिक भी मारे गए हैं। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। 1975 के बाद यह पहली बार है कि कोई भारतीय सैनिक चीनी सीमा पर शहीद हुआ है।
We're concerned about reports of violence&deaths at Line of Actual Control between India&China & urge both sides to exercise maximum restraint. We take positive note of reports that 2 countries have engaged to deescalate the situation:Associate Spox of United Nations Secy-General pic.twitter.com/QL3zlG8tlm
— ANI (@ANI) June 16, 2020
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता एरी कनेको ने दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान इसकी जानकारी दी। कनेको ने कहा, “भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हिंसा और मौत की खबरों पर हम चिंता प्रकट करते हैं और दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करते हैं।”
संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार के दोनों ओर सैनिकों की मौत पर आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी की है। भारतीय सेना द्वारा जारी सूचना के अनुसार, पूर्वी लद्दाख की गाल्वन घाटी में दोनों देशों की सेना के बीच झड़पें हुईं। बीस भारतीय सैनिक मारे गए और 43 चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबर है। इस घटना के बाद सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है। गुटेरेस ने दोनों देशों के सैनिकों के जीवन को नुकसान पहुंचाया।
चीन की और से अभी तक आधिकारिक तौर पर नहीं कहा गया है कि उनके कितने सैनिक मारे गए। लेकिन ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिन ने ट्वीट कर कहा कि चीन के भी कई सैनिक घायल और मारे गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार स्वयं गिनती नहीं बताना चाहती। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहती कि दोनों देशों के लोग मृतकों की संख्या की तुलना करें।