तज़ानिया के राष्ट्रपति जॉन पॉम्बे मगुफुली का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उनके निधन की जानकारी तज़ानिया की उपराष्ट्रपति सामिया सुलुहू हासन ने दी। मगुफुली 61 वर्ष के थे। लोग मुगुफुली को उनकी नितियों के कारण बुलडोजर के नाम से भी पुकारते थे। कोविड़-19 के संदेह के कारण पिछले दो सप्ताह से वह सार्वजनिक तौर पर नहीं देखे गए थे्। इसलिए इन अफवाहों को बल मिला कि उनकी मौत की वजह कोविड़-19 से हुई। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इन सब अफवाहों को खारिज करते हुए बताया कि वह पिछले काफी समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह दूसरे देशों द्दारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि ये आम बात है कि जब किसी व्यक्ति को फ्लू या कोई बीमारी होती है तो उसे डॉक्टर के पास लेकर जाया जाता है। मगुफुली के निधन पर दो सप्ताह के शोक की घोषणा की गई है। दो सप्ताह के शोक पर देश की सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। टीवी चैनलों पर धार्मिक गीत बजाए गए और शो्क मनाया गया है। उनके निधन की घोषणा करते हुए उपराष्ट्रपति ने उन्हें बहादुर राष्ट्रपति बताया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति है। राष्ट्रपति ने दर ए सलाम अस्पताल में अंतिम सांस ली। मगुफुली तज़ानिया के इतिहास के पहले ऐसे राष्ट्रपति है जिनका निधन पद पर रहते हुए हुआ।
अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि अब कौन तज़ानिया की सत्ता पर बैठेगा। माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति हासन देश की सत्ता संभाल सकती है। यदि उपराष्ट्रपति राष्ट्रति के पद पर बैठती है तो यह पूर्वी अफ्रीकी देश में सत्ता संभालने वाली पहली महिला होगी। बता दें हासन ने ब्रिटेन में अपनी पढ़ाई की है और उन्होंने विश्व फूड प्रोग्राम में काम कर चुकी है। इसके साथ ही वह कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुकी है। हासन ने 2015 में उपराष्ट्रपति पद को संभाला था, और वह पहली तज़ानिया की उपराष्ट्रपति महिला थी।