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राष्ट्रपति का चुनाव लड़ पाएंगे ट्रंप!

अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक मामले में अभियोग लगाया गया है। ऐसे में ट्रंप के राजनीतिक भविष्य पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं। क्या अभियोग ट्रंप को चुनाव प्रचार करने से रोक सकता है? उनके चुनावी अभियान से क्या केस पर कोई प्रभाव पड़ेगा? क्या वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ पाएंगे? अगर ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बन गए तो क्या होगा?

 

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक के बाद एक आरोप लगते रहे हैं। ट्रंप पर अब व्हाइट हाउस से गोपनीय दस्तावेज अपने आवास ले जाने के मामले में अभियोग लगा है। अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक मामले में अभियोग लगाया गया है। बीते 13 जून को मयामी की संघीय अदालत में ट्रंप को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में कुछ शर्तों पर जमानत दे दी गई। लेकिन यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव सरगर्मी बढ़ने लगी है। ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी से हैं और इसमें भी राष्ट्रपति बनने की होड़ शुरू हो गई है। ऐसे में ट्रंप के राजनीतिक भविष्य से जुड़े कई सवाल खड़े होने लगे हैं कि अब उनके लिए आगे क्या है? क्या वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ पाएंगे? क्या अभियोग ट्रंप को चुनाव प्रचार करने से रोक सकता है? ट्रंप के चुनावी अभियान से क्या केस पर कोई प्रभाव पड़ेगा? केस पेंडिंग होते हुए अगर ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बन गए तो क्या होगा?

उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने जनवरी 2021 में जब व्हाइट हाउस छोड़ा था तो वह अपने साथ पेंटागन, सीआईए, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और अन्य खुफिया निकायों से बेहद ही संवेदनशील जानकारी वाले गोपनीय दस्तावेज अपने साथ ले गए थे। वह इस समय लगभग 7 मामलों का सामना कर रहे हैं।

क्या अभियोग चुनाव प्रचार से रोक सकता है?

केवल आरोप तय होने से ट्रंप के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर वह दोषी भी ठहराए जाते है तो कोई भी आरोप उन्हें राष्ट्रपति पद ग्रहण करने से रोक नहीं सकता। भले ही उनके ऊपर कई मामले चल रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वह स्वतंत्र रूप से चुनाव प्रचार कर सकते हैं। ट्रंप को अगर जेल भी भेजा जाता है, तो भी वह प्रचार करने के लिए स्वतंत्र होंगे।

चुनावी अभियान से क्या केस पर कोई प्रभाव पड़ेगा?

डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ संघीय आपराधिक आरोपों ने पूर्व राष्ट्रपति के बारे में अमेरिकियों के विचारों को बदला है। रायटर्स/ इप्सोस पोल के मुताबिक उन्हें रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन की दौड़ में कमांडिंग लीड बनाए हुए दिखाया गया है। ट्रंप ने मुकदमों को एक फंड रेसिंग टूल की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने अपने समर्थकों से हमेशा यही कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है और उन्हें पूरे सहयोग की जरूरत है। ट्रंप के चुनावी अभियान के अनुसार, न्यूयॉर्क में अप्रैल महीने में जब उन पर अभियोग केस चला तो इस दौरान डोनेशन में वृद्धि हुई थी। रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए ट्रंप के अधिकांश प्रतिद्वंद्वी उनके समर्थन में आ गए हैं, रिपब्लिकन मतदाताओं के बीच उनके लिए व्यापक समर्थन दिया गया है।

ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बन गए तो क्या?

अगर ट्रंप नवंबर 2024 का चुनाव जीतते हैं तो अभियोजन पक्ष के आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। अमेरिकी न्याय विभाग कार्यकारी शाखा का हिस्सा है और राष्ट्रपति देश में शीर्ष संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारी है। न्याय विभाग की दशकों पुरानी नीति है कि एक मौजूदा राष्ट्रपति पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता।

क्या है वर्गीकृत मामला

जांच एजेंसियों ने ट्रंप के खिलाफ सात आपराधिक मामलों में आरोप तय किए हैं। सरकार की राष्ट्रीय अभिलेखागार और अभिलेख एजेंसी (एनएआरए) ने उन्हें सूचित किया कि वह ओरिजिनल रिकॉर्ड्स वाले दो दर्जन बक्सों को वापस करने में विफल रहे हैं। इस मामले की जांच मई 2022 में ट्रंप को मिले एक समन के साथ से शुरू हुई। नेशनल आर्काइव ने ट्रंप के व्हाइट हाउस में रहने के दौरान उनसे और उनकी टीम से राष्ट्रपति रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेज लौटाने की मांग की थी। हालांकि, कई महीने बाद करीब 200 गोपनीय दस्तावेज लौटाए गए। पिछले साल अगस्त में अमेरिका की प्रमुख जांच एजेंसी फेडरल इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (एफबीआई) ने इस मामले में फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के निवास मार-ए-लेगो पर छापा मारा था। तब एफबीआई ने दावा किया था कि उसे वहां 100 क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट मिले हैं।

बाथरूम में छुपाए थे दस्तावेज

बीबीसी के मुताबिक 49 पेज के आरोप पत्र में बताया गया है कि ट्रंप ने ये डॉक्यूमेंट्स अपने बाथरूम, बॉलरूम, शावर की जगह पर, ऑफिस, स्टोर रूम और बेडरूम में छिपाए थे। प्रॉसिक्यूटर्स ने ये भी कहा कि एफबीआई की जांच में बाधा डालने के लिए ट्रंप ने अपने वकीलों को फाइलें छिपाने या नष्ट करने का आदेश दिया था।

ट्रंप के पास थे कई सीक्रेट फाइल्स
सीएनएन के मुताबिक आरोप पत्र में बताया गया है कि पिछले साल एफबीआई ने ट्रंप के पास से 337 सरकारी डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे। इनमें से 21 डॉक्यूमेंट्स पर ट्रंप सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वे दस्तावेज होते हैं जिसमें सबसे संवेदनशील
जानकारी रखी जाती है। सिर्फ सीमित लोगों की ही पहुंच होती है। इसमें गुप्त सॉर्स से मिली जानकारी को सुरक्षित रखा जाता है। इसके अलावा, 9 डॉक्यूमेंट्स पर सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वे फाइल्स होती हैं, जिसके लीक होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचने की आशंका रहती है।

अब आगे क्या होगा?

रिपोर्ट्स के मुताबिक न्याय विभाग ने डोनाल्ड ट्रंप पर गोपनीय जानकारी अपने पास रखने और न्याय में बाधा डालने से संबंधित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों में से एक यह भी है कि उन्होंने पेंटागन पर ‘हमले की योजना’ के बारे में बताया और एक सैन्य अभियान से संबंधित एक गोपनीय नक्शे को साझा किया। संघीय अभियोजकों ने उन पर अमेरिकी परमाणु और रक्षा कार्यक्रमों से जुड़े ट्रंप सीक्रेट फाइलें अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर जानकारी दी कि उन्हें मयामी स्थित फेडरल कोर्ट में 13 जून को पेश होने को कहा गया था। जहां ट्रंप ने मीडिया के सामने खुद को निर्दोष बताया था।

गिरफ्तारी के बाद चुनाव लड़ पाएंगे?

यदि अदालत द्वारा ट्रंप को दोषी पाया जाता है तो भी वह कानूनी रूप से राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकेंगे। अमेरिकी संविधान के लिए केवल यह आवश्यक है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अमेरिकी नागरिक हों जो कम से कम 35 वर्ष के हों और 14 वर्षों से देश में रह रहे हों। नियमों के मुताबिक, राष्ट्रपति के लिए दोषी अपराधी या यहां तक कि सलाखों के पीछे रहकर भी चुनाव लड़ने के लिए कोई कानूनी बाधा नहीं है। इसलिए ट्रंप दोषी पाए जाते हैं तो भी कानूनी रूप से चुनाव लड़ सकते हैं।
अपने खिलाफ नए आरोप लगने के बाद ट्रंप ने नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘उन्होंने कभी नहीं सोचा था अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसी चीजें भी होंगी! जिस व्यक्ति को अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के मुकाबले सबसे ज्यादा वोट मिले और अभी भी मौजूदा राष्ट्रपति के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय है, उसके साथ ऐसा हो रहा है। मैं बेगुनाह हूं।’ ट्रंप ने कहा कि ‘यह अमेरिका के इतिहास का काला दिन है। एक देश के तौर पर हमारा तेजी से हृस हो रहा है लेकिन साथ मिलकर हम फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे’।

यौन शोषण मामले में पाए गए दोषी

कोर्ट में पेशी के लिए जाते ट्रंप (फाइल फोटो)

पिछले महीने ट्रंप को मैनहैटन संघीय अदालत ने यौन शोषण और मानहानि के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने डोनाल्ड ट्रंप पर पांच मिलियन अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी लगाया था। गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक के बाद एक आरोप लगते जा रहे हैं। ट्रंप पर अब व्हाइट हाउस से वर्गीत (गोपनीय) दस्तावेज अपने आवास ले जाने के मामले में अभियोग लगा है। अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक मामले में अभियोग लगाया गया है। आरोप उस समय सामने आए हैं, जब देश में अगले राष्ट्रपति चुनाव की हलचल तेज होने लगी है और ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन में उम्मीदवारी पाने की होड़ शुरू हो गई है। अमेरिकी चुनाव से पहले वगीकृत दस्तावेज का मसला ट्रंप के लिए घातक साबित हो सकता है। ट्रंप इसे साजिश बताते हुए सत्ताधारी दल पर हमलावर हैं।

 

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