अमेरिका में चुनाव की सरगर्मियां बढ़ने लगी है। बहसों और भाषणों को दौर चल रहा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन और रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप एक दूसरे पर अपने भाषणों के जरिये आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। हालांकि टीवी चैनलों के ओपिनियन पोल ट्रंप को हरा रहे है और जो बिडेन को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बना रहे है। अमेरिका में 3 नंवबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। चुनावों से पहले दोनों प्रत्याशियों में आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। डिबेट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जमकर रुस, चीन और भारत पर अपनी भड़ास निकाली। हालांकि मोदी और डोनाल्ड ट्रंप में आपसी रिश्ते काफी अच्छे हैं। लेकिन अमेरिकी जनता को लुभाने के लिए ट्रंप ने जमकर भारत की खिल्ली उड़ाई। ट्रंप ने डिबेट में कहा कि भारत, चीन और रुस की हवा की गुणवत्ता काफी ज्यादा खराब है। ये देश अपनी हवा की गुणवत्ता का बिल्कुल ख्याल नहीं रखते। जबकि अमेरिका हवा की गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखता है।
जो बिडेन के साथ हुई अपनी आखिरी डिबेट में उन्होंने जमकर भारत,चीन और रुस को कोसा। उन्होंने कहा कि ”चीन को देखो, वहां कितनी गंदी हवा है। रूस को देखो. भारत को देखो। यहां हवा गंदी है। मैं पेरिस समझौते से बाहर इसलिए चला गया क्योंकि हमें खरबों डॉलर निकालने थे। हमारे साथ बहुत गलत व्यवहार किया गया था।”
दरअसल पिछले साल हुए पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका ने अपने पांव पीछे खींच लिए थे। पेरिस जलवायु समझौते पर विश्व के अलग-अलग देश हिस्सा लेते है और अपने-अपने देशों में जलवायु की गुणवत्ता को सुधारने पर विचार-विमर्श करते है। इस समझौते को लागू करवाने के लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने काफी अहम रोल अदा किया था। लेकिन इस बार के पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका ने पीछे हट गया था।
ट्रंप ने आगे कहा कि “पेरिस समझौते की वजह से मैं लाखों नौकरियों और हजारों कंपनियों का बलिदान नहीं करूंगा”। कोरोना के कारण पब्लिक क्राउड पर रोक लगी हुई थी। जिसके कारण दोनों नेता टीवी डिबेट और सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे पर तंज कस रहे थे। अब देखना यह होगा कि किसके चुनावी भाषणों में दम होगा जो अमेरिकी लोगों का दिल जीत सकेगा। और कौन व्हाइट हाउस पर राज करेगा।