अमेरिका में राष्ट्पति डोनाल्ड ट्रंप का ऑडिओ वायरल होने के बाद दो डेमोक्रेटिक नेताओं ने एफ़बीआई को पत्र लिखकर राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ तुरंत एक आपराधिक जांच शुरू करने की’ मांग की हैं कैलिफ़ॉर्निया के टेड लियू और न्यूयॉर्क की कैथलीन राइस ने लिखा हैं “कांग्रेस के सदस्य होने के नाते हमारा मत है कि डोनाल्ड ट्रंप कई चुनावी गड़बड़ी की साज़िश के लिए लालच दे रहे थे.” |
जॉर्जिया में मंगलवार को सीनेट के लिए चुनाव होने हैं और ट्रंप का ऑडिओ वायरल होने के बाद सीनेट के लिए हो रहे चुनाव अब राष्ट्रीय चर्चा का विषय हैं| . वायरल ऑडिओ पर अपनी सफाई देते हुए रैफ़ेंसपर्गर ने स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए कहा , “वो अधिकतर बोलते थे.| हम अधिकतर सुनते थे| . “लेकिन मैं अपनी बात आपको बता देना चाहता हूं कि उनके पास जो डेटा था वह बिल्कुल ग़लत है| .उनका कहना हैं कि द वॉशिंगटन पोस्ट अख़बार ने जो ऑडियो सार्वजनिक किया हैं , जिसमें मैं (रैफ़ेसपर्गर) राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम से एक घंटे तक बात कर रहे हैं यह सही नहीं था| रैफ़ेंसपर्गर ने पत्रकारों से कहा कि उनको नहीं मालूम था कि कॉल रिकॉर्ड हो रही थी और वो राष्ट्रपति के साथ अपने घर से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, “उनके (ट्रंप) पास लाखों लोग थे, उन्होंने कहा कि वे मर चुके हैं जिन्होंने वोट किया है.| हमने उनमें से दो को ढूंढा, यह तो सिर्फ़ एक उदाहरण है, उनके पास बहुत ख़राब डेटा है.|
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इसी बीच नई उप-राष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस रविवार को डेमोक्रेटिक सीनेट उम्मीदवार के प्रचार के लिए जॉर्जिया में गई हुई थीं. और प्रचार के दौरान उन्होंने ट्रंप के फ़ोन कॉल को ‘शक्ति का दुरुपयोग’ बताया| .
जॉर्जिया के रिपब्लिकन लेफ़्टिनेंट गवर्नर ने सोमवार को सीएनएन से बात करते हुए ट्रंप की आलोचना की और कहा, “मैं 100 फ़ीसदी दावे से कहता हूं कि यह अनुचित है. और यह निश्चित रूप से ऐसी परिस्थितियों में मदद नहीं करता.|
जॉर्जिया में 30 लाख मतदाता हैं जिसमें से आधे नवंबर के आम चुनाव में वोट कर चुके हैं. जॉर्जिया के वर्तमान रिपब्लिकन सीनेटर डेविड पर्ड्यू अपनी सीट बचाने की जद्दोजहद में हैं और उन्होंने राष्ट्रपति का पक्ष लिया है और फ़ोन कॉल का मीडिया में लीक होना ‘घिनौना’ बताया है.