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केमिकल-वेपन फ्री हुई दुनिया !

विश्व के रासायनिक हथियारों पर निगरानी रखने वाली संस्था ने घोषणा की है कि विश्व के सभी घोषित रासायनिक हथियार नष्ट कर दिये गये हैं। दरअसल, शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि अमेरिका ने अपने सभी रासायनिक हथियार नष्ट कर दिए हैं। इसके साथ ही रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के प्रमुख फर्नांडो एरियास ने कहा- यह दुनिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

हेग स्थित वॉचडॉग के अनुसार, अमेरिका एकमात्र ऐसा देश था जिसके पास रासायनिक हथियार बचे थे। रॉयटर्स के मुताबिक प्रथम विश्व युद्ध में पहली बार बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए गए रासायनिक हथियारों का भंडार अमेरिका ने 70 साल तक जमा करके रखा था । फिलहाल अब अमेरिका ने भी केमिकल हथियारों को नष्ट कर दिया है।

इससे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया था कि वह सितंबर 2023 तक अपने देश के सभी रासायनिक हथियारों को नष्ट कर देंगे। दरअसल, पिछले महीने ही रूस और चीन ने संयुक्त बयान जारी कर अमेरिका पर रासायनिक हथियारों को नष्ट करने का दबाव डाला था। बयान में कहा गया है कि केवल अमेरिका ही है जिसके द्वारा अभी तक अपने रासायनिक हथियारों को नष्ट नहीं किया गया है।

व्हाइट हाउस ने कहा था कि अमेरिका और सीडब्ल्यूसी के सदस्य अगले सप्ताह एक सम्मेलन के लिए एकत्र होंगे। इसमें दुनिया को रासायनिक हथियारों से मुक्त करने पर चर्चा होगी। हम उदाहरण के द्वारा दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। अमेरिका ऐसे खतरनाक हथियारों के एकत्रित करने का हमेशा विरोध करेगा। हमें अन्य देशों को भी सीडब्ल्यूसी के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

रूस का कहना है कि उसने 2017 में ही अपने सभी रासायनिक हथियारों को नष्ट कर दिया था। हालांकि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने आशंका जताई थी कि रूस यूक्रेन के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। वहीं रूस ने इससे पहले अमेरिका पर यूक्रेन में रासायनिक और जैविक हथियार बनाने का आरोप लगाया था।

चीन का कहना है कि उसने कभी रासायनिक हथियार नहीं बनाए। हालांकि, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान ने चीन में रासायनिक हथियारों का एक बड़ा भंडार छोड़ दिया था। जिन्हें अब नष्ट करने को कहा जा रहा है।

क्या है रासायनिक हथियार ?

ऑर्गनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वेपन्स (OPCW) के अनुसार, रासायनिक हथियार ऐसे हथियार हैं जिनमें जहरीले रसायनों का इस्तेमाल जानबूझकर लोगों को मारने या नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है।

सैन्य उपकरण जो खतरनाक रसायनों को हथियार बना सकते हैं, उन्हें रासायनिक हथियार या रासायनिक हथियार भी माना जा सकता है।

रासायनिक हथियार इतने घातक होते हैं कि वे एक पल में हजारों लोगों की नींद उड़ा सकते हैं और तरह-तरह की बीमारियों के प्रभाव से उन्हें मरने पर मजबूर भी कर सकते हैं।

कुछ घातक केमिकल वेपन

नर्व एजेंट : इसे सबसे घातक केमिकल हथियार माना जाता है। इसकी थोड़ी से मात्रा से भी तुरंत व्यक्ति की मौत हो जाती है।
चोकिंग एजेंट : इस केमिकल वेपन से दम घुटने लगता है और अंत में मौत हो जाती है।
ब्लड एजेंट : ये ब्लड सेल्स पर अटैक करते हैं और व्यक्ति की जान ले लेते हैं।
रॉयट कंट्रोल एजेंट : ये वेपन कम घातक श्रेणी में आते हैं। रॉयट एजेंट केमिकल वेपन दो तरह के होते हैं एक आंसू गैस और दूसरा पेपर स्प्रे। इससे भीड़ और विरोधियों को कंट्रोल किया जाता है।
ब्लिस्टरिंग एजेंट : इससे शरीर पर फफोले हो सकते हैं और व्यक्ति अंधा हो जाता है। मौत होने की भी सम्भावना है।

जैविक और रासायनिक हथियारों में अंतर

रासायनिक हथियार जैविक हथियारों से अलग होते हैं। जैविक हथियार लोगों को मारने या बीमार करने के लिए बैक्टीरिया और वायरस का इस्तेमाल करते हैं। रासायनिक हथियार सामूहिक विनाश के हथियारों की श्रेणी में आते हैं।

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