दो महीने पहले अमेरिका में सुअर का हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो गई जिसने वैज्ञानिकों की आशाओं को चकनाचूर कर दिया है। यह जानकारी मैरीलैंड अस्पताल द्वारा जारी की गई, जिस अस्पताल में उस व्यक्ति की सर्जरी हुई थी। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर में डेविड बेनेट नाम के शख्स की मौत हो गई है। डॉक्टरों ने मौत का कारण नहीं बताया लेकिन कहा कि कई दिन पहले उनकी हालत बिगड़ रही थी। इस घटना के बाद वैज्ञानिकों की बड़ी उम्मीद पर पानी फिर गया है।
वैज्ञानिकों ने दो महीने पहले डेविड बेनेट नाम के शख्स में सुअर का दिल ट्रांसप्लांट कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। डेढ़ महीने से बेनेट के शरीर में सुअर का दिल ठीक से काम कर रहा था, लेकिन तभी अचानक उनकी सेहत में गिरावट आने लगी और आखिरकार उसकी मौत हो गई। अगर डेविड पर वैज्ञानिकों का यह प्रयोग सफल होता तो दुनिया में एक बड़ी क्रांति हो जाती।
ऑपरेशन के वक्त मरीज और डॉक्टरों के बीच काफी चर्चा हुई। सुअर का हृदय ट्रांसप्लांट के बाद मैरीलैंड के एक अस्पताल ने दावा किया कि यह पूरी तरह से काम कर रहा है। मैरीलैंड अस्पताल ने समय-समय पर अपडेट जारी करते हुए कहा कि बेनेट धीरे-धीरे ठीक हो रहे थे। डेविड का पिछले महीने अस्पताल के फिजियोथेरेपिस्ट के साथ एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ्य नजर आ रहे थे। अस्पताल ने यह भी कहा कि मनुष्य के अंदर जानवरों के अंगों का उपयोग करके मानव अंगों की कमी को दूर किया जा सकता है।
बाल्टीमोर अस्पताल में सर्जरी करने वाले डॉ. बार्टले ग्रिफिथ ने एक बयान में कहा, “डेविड बेनेट के निधन से हमें गहरा दुख हुआ है।” वह एक बहादुर मरीज थे जिसने जीवित रहने के लिए अंत तक संघर्ष किया। 1984 में एक मरते हुए बच्चे में एक बबून के दिल का ट्रांसप्लांट किया गया था। वह बच्चा 21 दिन तक जीवित रहा। पिछले साल अमेरिका में 41,000 से अधिक ट्रांसप्लांट किए गए, जिनमें से 3,800 में हृदय प्रत्यारोपण शामिल थे।
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यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक बयान में डेविड बेनेट जूनियर ने कहा, “हम डॉक्टरों के अथक प्रयासों, उनके अभिनव प्रयोगों और साहसिक कदमों का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि उनका काम उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण साबित होगा जो लंबे समय से अंग प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे हैं। डेविड बेनेट की 7 जनवरी को सर्जरी हुई थी। ऑपरेशन की तब दुनिया भर में व्यापक चर्चा हुई थी। बेटे ने यह भी खुलासा किया कि उसके पिता को पता था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वह काम करेगा।