[gtranslate]
world

हमेशा के लिए सो गया पोंजी स्कीम का बादशाह

एक पोंजी स्कीम में लगभग पैंतालीस लाख करोड़ रुपयों की ठगी के दोषी पाए गए बदनाम फाइनेंसर बर्नार्ड मैडाॅफ का 14 अप्रैल को फेडरल जेल में निधन हो गया। उन्होंने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े वित्तिय पोंजी स्कैम को अंजाम दिया था। बर्नार्ड 82 साल के थे, उनका निधन नाॅर्थ कैरोलिया के बटलर में फेडरल मेडिकल सेंटर में हुआ। नैस्डैक स्टाॅक मार्केट के चैयरमैन बर्नार्ड ने उस समय सभी को चैंका दिया, जब उन्होंने 2008 में कहा कि उनका इनवेस्टमेंट बिजनेस एक पोंजी स्कैम है। 2009 में बर्नार्ड को मनी लाड्रिंग, धोखाधड़ी और चोरी के आरोप में दोषी पाया गया था, और अमेरिकी कोर्ट ने 150 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। अभी एक वर्ष ही पहले ही मैडाॅफ के वकील ने कोर्ट में उनकी रिहाई की अपील की थी, क्योंकि जेल में लगातार उनके स्वास्थ में गिरावट आ रही थी और वे किड़नी की बीमारी की समस्या से जूझ रहे थे। लेकिन कोर्ट ने उनकी रिहाई की अपील को खारिज कर दिया था और अब उनकी जेल में ही मौत हो गई।

मैडाॅफ ने 1960 में ‘बर्नार्ड एल मडाॅफ इनवेस्टमेंट सिक्योरिटीज एलएलसी’ कंपनी की स्थापना की और अपनी गिरफ्तारी तक इसके अध्यक्ष रहे। वर्ष 2008 में एफबीआई ने उन्हें मनी लाड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार किया था। इस फर्म में मैडाॅफ के भाई पीटर प्रंबधक निदेशक थे, इसके अलावा इस फर्म में पीटर की बेटी शाना मडाॅफ, मैडाॅफ के बेटे एड्रयू और मार्क भी मुख्य पदों पर थे। धोखाधड़ी मामले में पीटर को दस साल की सजा सुनाई गई थी और जब मार्क के पिता गिरफ्तार हुए तो ऐसा माना जाता है कि मार्क ने डिप्रेशन आकर में सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड के दूसरे बेटे एंड्रयू की मौत कैंसर के चलते 2014 में हुई थी। फेडरल सिक्योरिटी ने मैडाॅफ को 11 दिसंबर 2008 को गिरफ्तार किया था, 12 मार्च 2009 को मैडाॅफ ने अपने गुनाह को स्वीकार किया, और कहा कि उन्होंने पोंजी स्कीम के तहत अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला किया है। 29 जून 2009 को उन्हें 150 साल की सजा सुनाई गई थी।

एफबीआई के आरोपों के अनुसार मैडाॅफ के ऊपर 50 बिलियन अमेरिकी डाॅलर का कर्ज है। मैडाॅफ की ‘बर्नार्ड एल मडाॅफ इनवेस्टमेंट सिक्योरिटी एलएलसी’ में 4000 से अधिक ग्राहकों का 64.8 बिलियन डाॅलर लोगों ने इनवेस्ट किए हुए थे। बर्नार्ड की कंपनी के क्लाइंट सूची में कई हाॅलीवुड के एक्टर भी जुड़े हुए थे जिनमें स्वीवन स्पीलबर्ग, जाॅन मल्कोविच, लैरी किंग तथा केविन बेकन आदि शामिल हैं। इसके अलावा ‘कार्ल और रुथ शापिरो फैमिली फाउंडेशन’ और ‘ज्यूरी फाउंडेशन लाॅ’ जैसी कई ख्याति प्राप्त संस्थाओं ने भी अपना पैसा इनवेस्ट किया हुआ था। इस मामले पर इनवेस्टर ने तब कहा था कि इस स्कीम में अन्य लोग भी शामिल हैं, उस समय उन्होंने अमेरिका की सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन की आलोचना भी की थी कि वह मैडाॅफ के खिलाफ क्यों नहीं इन्वेस्टीगेंशन करते। मैडाॅफ ने अमेरिकी बाजार में अपनी इतनी प्रतिष्ठा बना रखी थी, कि आंख मूंद कर हर कोई उनकी फर्म में इनवेस्ट कर देता था।

 

कैसे अर्श से फर्श पर आए मैडाॅफ

मैडाॅफ के सितारे दिसंबर 2008 से धुंधले पड़ने लगे। और उनके क्लाइंट्स इक्विटी बाजार में मैडाॅफ के गिरती साख को देखते हुए अपने हाथ पीछे करने लगे। इसी दौरान फेडरल ब्यूरो आॅफ इनवेस्टीगेशन ने भी अपनी जांच तेज कर दी। धीरे-धीरे मैडाॅफ के भ्रष्ट्रचार के मामलों ने तूल पकडना शुरू कर दिया। इससे लगातार मैडाॅफ की कंपनी को घाटा झेलना पड़ा। अब वो समय आ गया था कि मैडाॅफ का कारोबार अर्श से फर्श की तरफ लुटकने लगा था। कभी ऊंचाइयों पर बैठ कर पूरी दुनिया को ठेंगा दिखाने वाले मैडाॅफ अब दिवालियेपन की तरफ बढ़ रहे थे। यहां तक की उन्होंने अपने बेटे एड्रयू और मार्क के सामने भी यह स्वीकार कर लिया था कि एफबीआई की इस जांच से स्थिति बदत्तर होती जाएगी। ‘लाईफ इन साइड दा मैडाॅफ फैमली’ आटोबायोग्राफी में एड्रयू लिखते हैं कि उनके पिता ने अपने परिवार तक से झूठ बोला था। मैनहट्टन की एक ज्यूरी ने मैडाॅफ के भरोसेमंद बिजनेस पार्टनरों में एक लेफ्टिनेंट फ्रैंक डिकैस्कली जूनियर और उनके दो एकाउंटेंट डेविड फ्रिहलिंग और पाॅल कोनिग्सबर्ग और पांच अन्य को भी धोखाधड़ी के मामले में दोषी ठहराया था। फ्रिहलिंग को दो साल की सजा सुनाई गई, कोनिग्सबर्ग ने जेल जाने से बचने के लिए इनवेस्टर को अपनी 4.4 मिलियन डाॅलर देने के लिए सहमत हो गए थे। डिकैस्कली की मई 2015 में फेफड़ों के कैंसर के कारण मौत हो गई थी। अपने फर्म को दोबारा ऊंचाइयों पर लाने के लिए मैडाॅफ ने हर जगह हाथ पैर मारे। उन्होंने अपनी प्रिय समुद्री नाव जिसे ‘बुल’ के नाम से जाना जाता था, उसे भी बेच दिया। जहां तक उन्होंने अपनी पत्नी के बेशकीमती गहनों को भी बेच दिया था। लेकिन मैडाॅफ के हाथ से अब समय निकल चुका था। एक इंटरव्यू के दौरान मैडाॅफ ने स्वीकारा था कि अक्टूबर 1987 में जब अमेरिकी बाजार में मंदी का दौर आ गया था, तब उन्होंने पहली बार व्यापार के नियमों का उल्लंघन किया था। मैडाॅफ का इटरव्यू लेने वाले पत्रकार हेनरिक्स के अनुसार ‘असल में मैडाॅफ की यह पोंजी स्कीम वर्ष 1992 में ही शुरु हो गई थी और इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि 1987 से ही मैडाॅफ के कैश डिमांड में भारी बढ़ोतरी आ गई थी।’ मैडाॅफ ने कोर्ट में अपनी सुनवाई के दौरान कहा था कि उसे खुद की एक स्ट्रेटजी पर पूरा भरोसा था, कि वह अपने सभी क्लाइंट के नुकसानों की भरपाई कर लेंगे। उन्होंने उस स्ट्रेटजी का नाम ‘स्पलिट स्ट्राइक कनवर्जन’ रखा था। उनका मानना था कि वह छोटी कंपनियों में पैसा लगाकर एक बड़ी कंपनी बनाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और मैडाॅफ अर्श से फर्श पर आ गए।

‘सीएनएन मनी’ को जेल से टेलीफोन इंटरव्यू के दौरान मैडाॅफ ने कहा था कि मैं अपने बेटे मार्क की मौत के जिम्मेदार हैं, मेरे लिए यह सबसे बड़ा दुख है। मैं जेल में बैठा हर दिन खुद को हर चीज के लिए दोषी मानता हूं। सबसे बड़ा दोषी में अपने परिवार और मेरी फर्म में इनवेस्ट करने वाले लोगों का हूं।’

‘सीबीएस’ को 2011 में दिए इंटरव्यू के दौरान मैडाॅफ की पत्नी रुथ ने कहा कि जब उनके पति गिरफ्तार हुए, और उसके दो सप्ताह बाद बेल पर बाहर आए, तब हम दोनों ने सुसाइड करने की कोशिश की। उन्होेंने कहा कि हमने गोलियां ली, सो गए और फिर जाग गए। मैडाॅफ के बेटे मार्क से शादी करने वाली स्टेफनी मैडाॅफ मैक ने 2011 में एक पुस्तक में लिखा कि ‘पति की 2010 में आत्महत्या के एक महीने बाद उसने अपने ससुर को गुस्से में एक पत्र लिखा और मार्क की मौत के लिए दोषी ठहराया।’ कुछ दिनों बाद मैडाॅफ ने जेल से रुथ को पत्र लिखा और कहा कि जो कुछ भी हुआ उसके लिए वह खुद को दोषी मानता हूं। शायद यह कभी बदला जा सकता।

You may also like

MERA DDDD DDD DD