श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश में गृहयुद्ध जैसी स्थिति बन गई है। श्रीलंका में आर्थिक तंगी के चलते हालात दिनोंदिन खराब होते जा रहे हैं। हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि देश की जनता सड़कों पर है और हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। सोमवार, 9 मई को श्रीलंका में प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद हिंसा भड़क गई। वहीं इसमें सत्ता पक्ष के सांसद अमरकीर्ति अथुकोराला द्वारा भारी हिंसा में ही नवयुवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फिर सांसद ने खुद को भी गोली मार ली। हालिया के घटनाक्रम में श्रीलंका में हो रही जबर्दस्त हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई है तो वहीं 200 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यहां तक कि पूरे श्री लंका में 11 मई, बुधवार तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके बावजूद भी श्री लंका में हो रही हिंसा कम नहीं हो रही है क्योंकि भारी आर्थिक संकट के रूप में छाए बादल श्रीलंका के ऊपर से नही छंट रहे हैं। देश पूरी तरह से आर्थिक और राजनीतिक संकट में फंसा हुआ नजर आ रहा है। विपक्ष ने महिंदा राजपक्षे के ऊपर आरोप लगाया है कि इस हिंसा और आर्थिक संकट के जिम्मेदार खुद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे हैं। वहीं विपक्ष के द्वारा प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद उनके भाई गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की भी मांग की जा रही है।
कोलंबो में सेना की तैनाती
सोमवार को हुई भारी हिंसा के बाद कोलंबो में भारी संख्या में सेना की तैनाती कर दी गई है हालांकि देश में पहले से ही आपातकाल की घोषणा की जा चुकी है।
एक नजर में ताजा हालात-
प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका में सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनने के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के द्वारा पद छोड़ने के बाद देश की जनता से संयम बरतने का अपील की गई है। – प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद उनके समर्थक और प्रदर्शनकारियों में हिंसक झड़प भी हुई है। श्री लंका की राजधानी कोलंबो में कई सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ पीएम राजपक्षे के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में सत्ता पक्ष के सांसद समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है। 200 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं । – आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने प्रधान मंत्री महिंदा राजपक्षे के पैतृक निवास में आग लगा दी। वहीं प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास पर भी आगजनी करने का कोशिश की। – श्री लंका में हो रही भारी हिंसा के बाद देश की मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही है। ईंधन से लेकर दूध तक की भारी किल्लत है। बिजली कटौती से देश में बुरा हाल है। – अमेरिका ने कहा है कि उसकी नजर श्रीलंका में हो रहे ताजा घटनाक्रम पर लगातार बनी हुई है। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हो रही हिंसा चिंताजनक है। – श्रीलंका पर अरबों डालर का कर्ज है। बेशुमार महंगाई से लोगों की आम जीवन प्रभावित हो रही है। – इस्तीफे के बाद महिंदा राजपक्षे ने एक बयान जारी कर संसद के सभी दलों को एक राष्ट्रीय सरकार में शामिल होने का आग्रह किया है। – श्रीलंका के विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने कहा कि सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा से बचाव में हम सक्षम है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां हमें देख रही हैं कि हम अपना आक्रोश जताने के लिए कौन सा रास्ता अपना रहे हैं। अहिंसा ही सर्वश्रेष्ठ है।