अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक नई जंग की शुरुआत हो सकती है। अफगानिस्तान सत्ता काबिज तालिबान और पाकिस्तान कुछ समय से एक दूसरे पर हवाई हमले कर रहे हैं। हाल ही में एक बार फिर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत हवाई हमला किया है। इस हमले को लेकर तालिबान ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वे इस हवाई हमले का जवाब देंगे। इस हवाई हमले में कई लोग घायल हुए हैं। वहीं करीब 46 लोग मारे गए हैं। पाकिस्तान के अनुसार उन्होंने भले ही ये हमले उग्रवादियों के ठिकानों पर हमले किए हैं। लेकिन इन हमलों में आम नागरिक भी हताहत हुए हैं। उनके दैनिक जीवन में व्यवधान पड़ा है। इस हमले के बाद से ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तनाव की स्थिति बन आई है । कुछ महीनो में है पाकिस्तान ने तालिबान पर यह दूसरा हमला किया है। ऐसे में सवाल उठता है इन हवाई हमलों को किये जाने की वजह क्या है।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रान्त पर कई हमले किए हैं। यह प्रांत अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांतों में से एक है। इसकी सीमा पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत की सीमा से लगती है। अफगानिस्तान का यह राज्य सालों से विद्रोही गतिविधियों का केंद्र रहा है। इस प्रांत का इस्तेमाल तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कई उग्रवादी समूह अफगान और पाकिस्तानी सेनाओं से लड़ने के लिए करते रहे हैं। पक्तिका एक ऐसा भौगोलिक क्षेत्र है जिसे सुरक्षित कर पाना दोनों मुल्कों यानि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए मुश्किल है। पहाड़ी और जंगली परिदृश्य लड़ाकों को दोनों देशों के बीच आसानी से आने-जाने की इजाजत देती है। पाकिस्तान के तीन जिलों की सीमा पक्तिका से लगी हुई है। इनमें दक्षिण वजीरिस्तान और उत्तरी वजीरिस्तान शामिल है। गौरतलब है कि 21 दिसंबर को दक्षिण वजीरिस्तान में एक सैन्य चौकी पर हमले हुए थे। जिसमें 16 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। जिसे लेकर पाकिस्तान ने कहा था कि सीमा पार के उग्रवादियों ने हमले को अंजाम दिया है।