मैक्सिको को ड्रग माफियो के नाम से जाना जाता है। मैक्सिको के बारें में कहा जाता है कि यहां हर दूसरी गली में ड्रग माफिया का दबदबा है। माफियो के चलते यहां गोली-बारी जैसी घटनाएं निरंतर घटती रहती है। जिसमें आम लोगों को भी इसका नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार ड्रग माफिया आम लोगों के घरों में भी पहुंच जाते है, औऱ हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देते रहते है। हाल ही में पश्चिमी मैक्सिको में शनिवार 27 फरवरी को हथियारबंद समूह ने एक घर पर हमला कर दिया। इसमें 10 लोगों की मौत हो गई। एक महिला और 2 लड़के घायल हो गए। यह घटना जलिस्को प्रांत में हुई। ड्रग को लेकर वहां गैंग्स में आपसी लड़ाई चलती रहती है। हथियारबंद समूह एसयूवी गाड़ी में सवार होकर आए थे।
मिली जानकारी अनुसार पुलिस को दस लोगों के शव गोलियों से छलनी घर से बरामद हुए। अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है। एक लड़का घायल अवस्था में पाया गया और दूसरा लड़का और महिला अस्पताल में एडमिट है। मैक्सिको में ड्रग माफिया के मजबूत होने से अक्सर गोलीबारी की घटनाएं होती हैं। जलिस्को राज्य न्यू जेनरेशन कार्टेल का गढ़ है। ये मैक्सिको के सबसे हिंसक और शक्तिशाली ग्रुप हैं। पिछले कुछ साल में किसी भी दूसरे राज्य की तुलना में जलिस्को में ज्यादा हत्याएं हुई हैं। माफिया के ये गुट आपस में लड़ते रहे हैं।
ड्रग माफिया अक्सर अपने प्रतिद्ददी को खत्म करने के लिए एक-दूसरे पर हमला करते रहते है। ताकि वह पूरे राज्य में अपना वर्चस्व कायम कर सकें। फरवरी महीने की शुरूआत में राज्य की राजधानी गुडालाजारा में 18 प्लास्टिक बैग मिले, जो मानव के अंगो से भरे हुए थे। जलिस्को के अफसरों ने अल साल्टो शहर में एक गुप्त कब्र से 113 शव बरामद किए थे। 2020 तक पूरे शहर में कुल 189 शव मिले थे। जलिस्को राज्य न्यू जेनरेशन कार्टेल का गढ़ है। ये मैक्सिको के सबसे हिंसक और शक्तिशाली ग्रुप हैं। पिछले कुछ साल में किसी भी दूसरे राज्य की तुलना में जलिस्को में ज्यादा हत्याएं हुई हैं।