पाकिस्तान के साथ चीन का संबंध सदैव प्रगाढ़ रहा है और इसी के तहत दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों को मजबूती मिलती आयी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चीन में दो दिन के दौरे पर है। शहबाज मंगलवार की रात को चीन पहुचें हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ मुलाकात की। इस दौरान पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर जिनपिंग ने प्रधानमंत्री के समक्ष गहरी चिंता व्यक्त की है। इस मामले के संबंध में जिनपिंग ने पाकिस्तान प्रधानमंत्री से कहा ‘मैं पाकिस्तान में चीन के लोगों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हूं और उम्मीद करता हूं कि पाकिस्तान चीनी संस्थानों तथा सहयोग के लिए पाकिस्तान जाने वाले चीनी नागरिकों के लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करेगा। पाकिस्तान में चीन के नागरिक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे, (सीपीईसी) की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान के कुछ अशांत प्रांत में रह रहे उग्रवादियों को चीन की यह परियोजना रास नहीं आ रही । जिसके वजह से चीनी कर्मचारियों पर पाकिस्तान में हमले हो रहे है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इस दौरे के दौरान चीन से अपने सदाबहार दोस्ती को मजबूत बनाने में लगे है। इस दौरान दोनों देशों ने 60 अरब डॉलर लागत वाले (सीपीईसी) परियोजना को लेकर सहमति भी जताई है। लेकिन चीनी नागरिकों पर हमला कर रहे कुछ उग्रवादी समूह सीपीईसी के तहत अशांत प्रांत में चीनी निवेश का विरोध कर रहे हैं। चीनी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर बलूच नेशनलिस्ट आर्मी और अन्य उग्रवादी समूहों द्वारा बार-बार किये जा रहे हमलों को लेकर करीब दो महीने के अंदर दूसरी बार चिंता जताई है। शाहबाज़ शरीफ़ ने प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पहली बार चीन की यात्रा की है। हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन के राष्ट्रपति के साथ उनकी यह दूसरी मुलाकात है। शहबाज ने बीते महीने पहले उज्बेकिस्तान के समरकंद में (एससीओ) सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात की थी। उस समय भी राष्ट्रपति ने यही मुद्दा पाकिस्तान के सामने रखा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपने नागरिकों पर बार-बार हमलों से सुरक्षा हेतु पाकिस्तान पर चीनी सुरक्षा एजेंसियों को अपने नागरिकों की सुरक्षा की अनुमति देने के लिए दबाव बना रहा है।
बीते दिन हुई इस हुई मुलाकात के दौरान जिनपिंग शी ने कहा कि चीन – पाकिस्तान अच्छे दोस्त, अच्छे साझेदार और अच्छे भाई हैं, दोनों देशों ने इस उथल-पुथल वाली दुनिया में एक दूसरे का समर्थन करके अपनी मजबूत दोस्ती दिखाई है। उन्होंने कहा, ‘चीन ने दोनों देशों के रिश्ते को हमेशा रणनीतिक महत्व तथा दीर्घकालिक नजरिये से देखा है। यही नहीं पाकिस्तान को अपने पड़ोस संबंधित कूटनीति में हमेशा आगे रखा है। चीनी राष्ट्रपति के कहने अनुसार चीन चौतरफा रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने, आने वाले समय में साझा भविष्य के लिए चीन-पाकिस्तान समुदाय के निर्माण को गति प्रदान करने और साझेदारी में नयी ऊर्जा भरने की दिशा में काम करना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को परियोजनाओं के निर्माण को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए । इसी के तहत (बीआरआई )वन बेल्ट वन रोड चीन की उच्च गुणवत्ता वाली विकास परियोजना बनाने के लिए सीपीईसी की संयुक्त सहयोग समिति की प्रणाली का सदुपयोग करना चाहिए।
क्या है सीपीईसी परियोजना
शी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान सीपीईसी परियोजना के लिए ग्वादर बंदरगाह के सहायक ढांचे के निर्माण को तेज करने को कहा है। दरअसल ये परियोजना चीन के शिंजियांग को बलूचिस्तान में रणनीतिक महत्व वाले ग्वादर बंदरगाह से जोड़ेगा। इस परियोजनाओं का 3,000 किलोमीटर लंबा मार्ग है। यह चीन – पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय परियोजना है। जिसका उद्देश्य ऊर्जा, औद्योगिक और अन्य बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं के साथ राजमार्गों, रेलवे एवं पाइपलाइन्स के नेटवर्क द्वारा पूरे पाकिस्तान में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है। इस परियोजना के तहत चीन ग्वादर बंदरगाह से मध्य-पूर्व और अफ्रीका तक पहुंच सकेगा। ताकि चीन हिंद महासागर तक पहुँच प्राप्त कर सके और बदले में पाकिस्तान के ऊर्जा संकट को दूर सके। इसके अलावा चीन पाकिस्तान की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिये विकास परियोजनाओं का समर्थन भी करेगा। सीपीईसी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई ) का एक हिस्सा है।
शहबाज कर सकते है मदद की अपील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान को संकट से उबारने के लिए शहबाज चीन के नेताओं से मदद की अपील कर सकते हैं। जिससे पाकिस्तान में श्रीलंका जैसी स्थिति न उत्पन्न न हो । गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुताबिक पाकिस्तान का कुल गैर-पेरिस क्लब द्विपक्षीय कर्ज इस समय करीब 27 अरब डॉलर है। जिसमें से सिर्फ चीन का कर्ज करीब 23 अरब डॉलर का है। पाकिस्तान समाचार एजेंसी के अनुसार चीन ने पाकिस्तान में बाढ राहत के लिए 7 करोड़ डॉलर की घोषणा की थी। इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि चीन बाढ़ से प्रभावित हुए पाकिस्तान के लोगों के लिए सहानुभूति रखता है। चीन आपदा के बाद पुनर्निर्माण में पाकिस्तान की सहायता के लिए अतिरिक्त आपातकालीन सहायता देगा। इस पर सहमति जताते हुए शरीफ ने कहा कि दुनिया चीन के बिना नहीं चल सकती। कोई ताकत चीन के विकास को नहीं रोक सकती। पाकिस्तान प्रधानमंत्री के मुताबिक राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दूरदृष्टि न केवल अधिक उपलब्धियां अर्जित करने में चीन का नेतृत्व करती रहेगी, बल्कि दुनिया को भी उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगी।