सऊदी अरब ने देश में सामाजिक प्रतिबंधों में ढील देने की पहल को आगे बढ़ाते हुए अब इस दिशा में एक और कदम उठाया है। लम्बे समय से यहाँ के रेस्तराओं में अविवाहित पुरषों के लिए एक प्रवेश द्वार , जबकि दूसरा प्रवेश द्वार महिलाओं और परिवारों के लिए होता था। लेकिन अब से रेस्तरां और कैफे में महिलाओं और पुरषों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार नहीं होंगे।

सऊदी अरब के युवाओं ने सऊदी सरकार के इस कदम की सराहना की है। तो वही दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर कट्टरपंथियों ने इस कदम की घोर निंदा की और इसे ‘शरिया के खिलाफ’ बताया। सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए देश की उदारवादी और कारोबार के अनुकूल छवि बनाना चाहते हैं। इसी कारण वह देश में कई सराहनीय फैसले ले चुके है।

10 दिसंबर ,रविवार को नगर पालिका एवं ग्रामीण मामलों के मंत्रालय द्वारा ट्वीट किया गया कि अविवाहित पुरषों के लिए अलग और परिवारों के लिए अलग प्रवेश द्वार की आवश्यकता समेत रेस्तरां के लिए कई अनिवार्यताओं को समाप्त कर रहा है। हालाँकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रेस्तरां में बैठने संबंधी प्रतिबंधों को भी हटाया जाएगा या नहीं।