पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुकी कोरोना महामारी का असर अब कई देशों में जरूर कुछ हद तक कम होता नजर आ रहा है। जिनमें भारत भी शामिल है। लेकिन कुछ देशों में इसका प्रकोप फिर से देखने को मिलने लगा है। चीन में तो हालत बेकाबू हो चुके हैं। वहीं कोरोना के फिर से फैलने और पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना संक्रमणों की संख्या में तेजी से वृद्धि के चलते सऊदी अरब ने अपने नागरिकों को भारत सहित सोलह देशों की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन सोलह देशों में सऊदी अरब के नागरिकों के यात्रा करने पर प्रतिबंध है, उनमें भारत के अलावा लेबनान, सीरिया, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, यमन, सोमालिया, इथियोपिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लीबिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, आर्मेनिया, बेलारूस और वेनेजुएला शामिल हैं।
सऊदी अरब ने घोषणा की है कि इन 16 देशों के अलावा सऊदी नागरिक जो गैर-अरब देशों की यात्रा करना चाहते हैं, उनके पास छह महीने से अधिक के लिए वैध पासपोर्ट होना चाहिए। सऊदी गजट के अनुसार अरब देशों की यात्रा के लिए पासपोर्ट की वैधता कम से कम तीन महीने होनी चाहिए। इसके अलावा अन्य खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों की यात्रा करने वाले नागरिकों के पास एक राष्ट्रीय आईडी कार्ड होना चाहिए जो कम से कम तीन महीने के लिए वैध हो। यात्रा के लिए मूल पहचान पत्र और परिवार की रजिस्ट्री अनिवार्य है। सऊदी अरब स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी जनता को आश्वासन दिया है कि देश में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी मामला नहीं है। उप स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला असिरी ने कहा है कि किंगडम में किसी भी संदिग्ध बंदर के मामलों की निगरानी और खोज करने की क्षमता है और यदि कोई नया मामला सामने आता है तो संक्रमण से लड़ने के लिए भी हम तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘अब तक, मनुष्यों के बीच संचरण के मामले बहुत सीमित हैं और इसलिए इससे होने वाले किसी भी प्रकोप की संभावना बहुत कम है, यहां तक कि उन देशों में भी जहां मामलों का पता चला है।’ इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 देशों में मंकीपॉक्स के 80 मामलों की पुष्टि की है और कहा है कि वे प्रकोप की सीमा और कारण को बेहतर ढंग से समझने के लिए काम कर रहे हैं। एक बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वायरस कई देशों में कुछ जानवरों की आबादी में स्थानिक है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों में कभी-कभार इसका प्रकोप होता है।
ऐसे ही हालत इटली, फ्रांस और यूरोपीय देशों का भी है। ऐसी स्थिति में अब मंकीपॉक्स ने दुनिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई देशों में मंकीपॉक्स के तमाम मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। सबसे ज्यादा मरीज अब तक पुर्तगाल में मिले हैं। इसके अलावा यूके, स्पेन, कनाडा और यूएसए में भी इसके मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।