दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की मुश्किलें कम होने का बजाय बढ़ती ही जा रही है | अपने शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत के सामने पेश ना होने पर उनके खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला चलेगा| जिसके लिए उन्हें जेल तक जाना पड़ सकता है
गौरतलब है दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब को न्यायालय के समक्ष पेश होना पेश होना था । लेकिन वे गवाही के लिए न्यायालय के सामने पेश नही हुए । इससे पहलेे भी वे आयोग के सामने पेश नही हुए ।आयोग के अध्यक्ष के खिलाफ अपनी कानूनी लड़ाई हारने के बाद जुमा को न्यायालय के समक्ष पेश होकर सवालों के जवाब देने थे। इससे पहले जुमा को आयोग में दाखिल कम से कम 35 हलफनामे में पेश किए गए साक्ष्य के संबंध में सवालों के जवाब के लिए तलब किया गया था। लेकिन, उन्होंने दलील दी कि उप मुख्य न्यायाधीश रेमंड जोंडो ने उनके खिलाफ पक्षपात वाला व्यवहार किया है। जुमा पहली बार नवंबर 2020 में आयोग के सामने पेश हुए थे। जुमा की कानूनी कार्यवाही को 2009 से 2018 के दौरान उनके कार्यकाल में बड़े पैमाने पर हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर सवालों से बचने की कोशिश के तौर पर देखा गया।
जुमा पर आरोप है की कुछ कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्ति में विवादास्पद गुप्ता परिवार के सदस्यों की संलिप्तता की इजाजत दी। आरोपों के अनुसार, जुमा से नजदीकी का फायदा उठाकर गुप्ता परिवार और जुमा के बेटे डुडुजाने जुमा से जुड़ी कुछ कंपनियों को कई ठेके मिले। जुमा ने अपनी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस पार्टी से दबाव के बाद 2018 में इस्तीफा दे दिया था। उन पर फ्रांस की हथियार कंपनी से रिश्वत लेने के भी आरोप हैं
कौन हैं गुप्ता बंधु
गुप्ता भाई दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष कारोबारियों में हैं. एक साल पहले तक वहां उनकी तूती बोलती थी, अब हालत डावांडोल है. वो दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष पांच धनी लोगों में शुमार होते थे. पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की सरकार उनके इशारों पर नाचती थी. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति के परिवारजनों को अपने यहां ऊंची नौकरियां दे रखी थीं. बाद में गुप्ता बंधुओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. इसके चलते राष्ट्रपति जैकब जुमा को भी पद से इस्तीफा देना पड़ा.
गुप्ता ब्रदर्स करीब 25 साल पहले सहारनपुर से बिजनेस अवसरों की तलाश में दक्षिण अफ्रीका गए थे. फिर उनका कारोबार वहां ऐसा फैला कि वो वहां के बड़े धनी कारोबारी परिवारों में शुमार होने लगे. वैसे उन पर हमेशा जुमा और उनके कई मंत्रियों के नजदीकी होने और सियासी फायदे से कारोबार में आगे बढ़ाने के आरोप लगते रहे.
ये तीन भाई हैं. अजय, अतुल और राजेश इन सभी का जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ. तीनों की पढ़ाई-लिखाई सहारनपुर में ही हुई. तीनों ने वहां के जेवी जैन कॉलेज से डिग्री ली. बड़े भाई अजय ने बीकॉम किया और फिर सीए का कोर्स किया. अतुल ने बीएससी की और कंप्यूटर हार्डवेयर और असेंबलिंग का कोर्स किया. छोटे भाई राजेश ने बीएससी की. उन्होंने शुरू में पिता के कारोबार में हाथ बंटाया और फिर दक्षिण अफ्रीका चले गए.
क्यों गुप्ता ब्रदर्स के खिलाफ बना माहौल
गुप्ता बंधुओं के खिलाफ मार्च 2018 में अचानक तब हवा बहने लगी, देश के पूर्व उप वित्त मंत्री ने मसोबीसी जोनास ने दावा किया कि गुप्ता बंधुओं ने ही मौजूदा पहले फाइनेंस मिनिस्टर को पद से हटाकर नेने को इस पद पर बिठाने का भरोसा दिया था.
ये आरोप उन पर पहले भी लग चुके हैं. उन्होंने 2010 में भी एक सांसद को मंत्री बनवाने का आश्वासन दिया था. गुप्ता फैमिली पर दक्षिण अफ्रीका में बिजनेस हितों के लिए सरकार के अंदर मन मुताबिक भर्तियां करने का आरोप लगता रहा है.
सरकार को उंगली पर नचाने का आरोप
गुप्ता ब्रदर्स पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से यारी गांठकर फायदे लेने के आरोप हैं. कहा जाता है कि वो जुमा सरकार में मनचाही नीतियां बनवाते रहे हैं. आरोप ये भी है कि उन्होंने सरकार के कुछ प्रोजेक्ट्स में बड़े पैमाने पर घालमेल करके फंड को इधर से उधर किया है. इसीलिए उनके अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब के खातों और वित्तीय लेनदेन को खंगाला जा रहा है.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से गुप्ता ब्रदर्स के पारिवारिक संबंध बताए जाते थे
अब दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता परिवार के खिलाफ गुस्सा हैं।