विज्ञान के क्षेत्र में साधारण मशीन से लेकर जटिल कार्य करने वाले रोबोट तक विकास हो चुका है । खासकर रोबोट्स एक और जहां फायदेमंद साबित हो रहे हैं वहीं उनके नुकसान कम नहीं हैं। हाल ही में दक्षिण कोरियाई न्यूज एजेंसी योनहाप के अनुसार रोबोटिक आर्म में आई गड़बड़ी के कारण एक रोबोट इंसान और बॉक्स में फर्क नहीं समझ पाया।
रोबोटिक्स आर्म्स यानि चीजों को पकड़ने के लिए हाथ जैसा उपकरण। इस रोबोटिक आर्म को डिब्बे उठाकर एक पैनल पर रखने थे। लेकिन इस रोबोटिक आर्म ने डिब्बे की तरह एक इंसान को पकड़ लिया। यही वजह थी जिससे रोबोटिक्स कंपनी की एक कर्मचारी की मौत हो गई । इस रोबोट्स द्वारा कर्मचारी को ऑटोमैटिक पैनल की धकेला गया। जिससे कर्मचारी का सर और सीना बुरी तरह से कुचल गया।
चौथी पीढ़ी में बने रोबोट्स को कम्प्यूटर द्वारा नियंत्रित नहीं करना पड़ता है । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रोबोट्स के क्षेत्र में विज्ञान कितनी तरक्की कर चुका है। रोबोट्स का निर्माण मनुष्यों की सहायता के उदेश्य से किया गया है। इन रोबोट्स से इंसानों को कई प्रकार सेवाएं मिल रही हैं। हालांकि जानलेवा परिणाम भी सामने आ रहे हैं। इंसानों को सेवा प्रदान करने वाले ये रोबोट्स एक तकनीकी खराबी से उनके जान के दुश्मन भी बन जाते हैं।
इसी साल साल मार्च में दक्षिण कोरिया के एक ऑटोमोबाइल पार्ट्स मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में हादसे की खबर आई थी। यहां काम करते समय एक कर्मचारी रोबोट के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया था। विशेषज्ञों का कहना है रोबोट के इंसान को नुकसान पहुंचाने की कई घटनाएं समय-समय पर सामने आई हैं, इसकी वजह है कि रोबोट की समझ सीमित होती है। कई बार उसका सेंसर आसपास हो रही चीजों को गलत समझ सकता है।
बढ़ रही है रोबोट की मांग
रोबोटस इंसानों की पसंद बनते जा रहें हैं, क्योंकि इनसे लोगों का काम आसान हो जाता है और इससे समय की बचत भी होती है। वहीं इसके अतिरिक्त विकसित देशों में खास तौर पर ह्यूमन लेबर की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है। रोबोटस की मांग का एक कारण यह भी है कि इससे समय की बचत होती है। साथ ही कोविड महामारी के बाद बदले परिदृश्य में सुरक्षा चिंताएं भी एक ऐसा कारण हैं, जो रोबोटिक की मांग को वैश्विक बाजार में बढ़ाने में मददगार बनी हैं।
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