डोनाल्ड ट्रंप का विवादों संग पुराना नाता रहा है। 4 अप्रैल को वे अमेरिकी लोकतंत्र के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति बन गए जिन्हें गंभीर आपराधिक मामलों में गिरफ्तार कर अदालत में पेश होना पड़ा हो। उन पर 34 आरोप लगाए गए हैं जिनमें सबसे गंभीर आरोप एक एडल्ट फिल्म स्टार संग उनके रिश्तों से जुड़ा है। ट्रंप इन आरोपों में दोषी साबित होते हैं या नहीं, इससे कहीं ज्यादा चर्चा उनके देश में इस बात को लेकर हो रही है कि अब आरोपित होने के बाद भी क्या वे 2024 में राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगे। अमेरिकी कानून उन्हें ऐसा करने से नहीं रोकता है लेकिन माना जा रहा है कि अब उनकी पार्टी ‘रिपब्लिकन’ भीतर नैतिकता के मुद्दे को उठा उन्हें डंप करने की तैयारी शुरू हो चुकी है
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉमी डेनियल्स संग उनके संबंधों से जुड़े 34 संगीन मामलों में गिरफ्तार कर न्यूयॉर्क की एक अदालत में गत 4 अप्रैल को पेश किया गया। व्हाइट हाउस में चार साल बिताने वाले व्यक्ति को बीते 4 अप्रैल को एक न्यायाधीश के सामने लाया गया, जहां उन्होंने कहा कि वे बेकसूर हैं। यह मामला उस वक्त अमेरिका की सियासत में तूफान मचा रहा है जब अगले ही साल देश में राष्ट्रपति के चुनाव होने हैं और डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पार्टी के अंदर फिर से चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी जता दी है। हालांकि फिलहाल तय नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीदवार बनाया जाएगा या नहीं। लेकिन इस केस के बाद अमेरिकी समाज पूरी तरह से दो हिस्सों में बंट गया है। एक हिस्सा, जो ट्रंप को कसूरवार मानता है। जबकि दूसरा हिस्सा ट्रंप को राजनीतिक साजिश का शिकार मानता है।
फिलहाल ट्रंप की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के साथ संबंध और इससे अनुचित लाभ उठाने के आरोप हैं। मैनहट्टन कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए अपना पक्ष रखा। यह अमेरिका के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति नहीं है। जिनको लेकर सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले भी अमेरिका के एक राष्ट्रपति को सजा हुई थी। यह सजा तेज गति से फौज से घोड़ा दौड़ाने पर हुई थी। सजा पाने वाले थे अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति यूलिसिस एस ग्रांट। यह बात 1872 की है। जब ग्रांट को वाशिंगटन की सड़क पर तेज गति से घोड़ा दौड़ाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। व्हाइट हाउस के पास घोड़ा के खुरों की गड़गड़ाहट के बाद यह कार्रवाई की गई थी।
उस वक्त यूलिसिस एस ग्रांट दो घोड़ों की गाड़ी चला रहे थे। वे पिछले दो दिनों से घोड़ों को तेज दौड़ा रहे थे। उन्हें वार्निंग दी गई थी। अधिकारियों की चेतावनी के बाद भी जब वे नहीं माने तो कोर्ट के आदेश पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। ये कार्रवाई उस वक्त सार्वजनिक नहीं की गई थी। इसकी जानकारी तब हुई जब 1908 में ‘संडे स्टार ऑफ वाशिंगटन’ ने तत्कालीन सेवानिवृत्त अधिकारी विलियम वेस्ट के साथ एक साक्षात्कार प्रकाशित किया। जिसमें यूएसए के 18वें राष्ट्रपति पर कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई। बाद में वाशिंगटन पुलिस विभाग ने भी इस खबर की पुष्टि की। राष्ट्रपति ग्रांट के साथ उनके कई दोस्तों को भी तेज घोड़ा गाड़ी दौड़ाने के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उस वक्त सभी को 20 डॉलर जमानत में देना पड़ा।
वहीं अब डोनाल्ड ट्रम्प ने व्यक्तिगत रूप से 2016 में एडल्ड फिल्म अभिनेत्री को गोपनीय तरीके से धन भुगतान के आरोपों को लेकर मैनहट्टन अदालत में पहली सुनवाई हुई। अगली सुनवाई 4 दिसंबर को होगी।
गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान एडल्ट फिल्मों की अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को मुंह बंद रखने के लिए धन देने के आरोपों से जुड़े आपराधिक मामले में सुनवाई के लिए 4 अप्रैल को न्यूयॉर्क की मैनहैटन की अदालत में पेशी के लिए पहुंचे थे। इससे पहले मैनहैटन जिला अटॉर्नी के कार्यालय में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, करीब एक घंटे की सुनवाई के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। अब इस मामले में ट्रंप की व्यक्तिगत पेशी के साथ अगली सुनवाई चार दिसंबर को होगी।
दरअसल ट्रंप के खिलाफ 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पॉर्न स्टार को मुंह बंद रखने के लिए पैसे देने और उसे छिपाने के लिए आर्थिक रिकॉर्ड में हेराफेरी समेत 34 आरोप लगे हैं। कोर्ट में पेशी के दौरान ट्रंप ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए खुद को बेकसूर बताया। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने ट्रंप को करीब 1 ़22 लाख डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश दिया। जुर्माना राशि स्टॉर्मी डेनियल्स को दी जाएगी। सुनवाई के बाद ट्रंप कोर्ट से रवाना हो गए। इस मामले में अगली सुनवाई चार दिसंबर को होगी।
इससे पहले, न्यूयॉर्क की अदालत ने इस मामले में पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ आपराधिक केस चलाने की मंजूरी दी थी। उसी मामले में वह अदालत में पेश होने पहुंचे थे। बड़ी संख्या में उनके समर्थक मैनहैटन अदालत के बाहर पहुंच गए थे। इसके मद्देनजर अदालत के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। ट्रंप ने पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देने के संबंध में कुछ भी गलत करने से इनकार किया है। मैनहैटन जिला अटॉर्नी के कार्यालय की ओर से मामले की जांच तब शुरू की गई थी जब ट्रंप राष्ट्रपति थे।
ट्रंप ने मैनहट्टन क्रिमिनल कोर्ट में ज्यूरी की ओर से लगाए गए 34 आरोपों को अस्वीकार करते हुए खुद को बेकसूर ठहराया। इनमें तीन मामले गुप्त भुगतान से जुड़े हुए हैं। खासकर 2016 के राष्ट्रपति अभियान के दौरान पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देने का मामला, जिसने ट्रंप को मुसीबत में डाल दिया है। ऐसे में अहम सवाल यह है कि इस केस का ट्रंप के लिए 2024 के राष्ट्रपति चुनावों पर क्या असर पड़ेगा।
ज्यूरी ने ट्रंप पर कोर्ट के सामने आरोप लगाए। इसी के साथ मामले में अब ‘खोजबीन’ शुरू हो जाएगी। इस अवधि में प्रॉसिक्यूटर्स डिफेंस टीम को वे सबूत मुहैया कराते हैं जो जांचकर्ताओं ने प्रतिवादी के खिलाफ इकट्ठा किए हैं। ऐसे में प्रॉसिक्यूटर्स और बचाव पक्ष के पास पर्याप्त समय होगा। वे अदालत से आरोपों को खारिज करने से लेकर सबूतों को चुनौती देने का अनुरोध कर सकते हैं।
स्टॉर्मी डेनियल्स के आरोप
डेनियल्स का कहना है कि साल 2006 की शुरुआत में उनका ट्रंप के साथ अफेयर था। हालांकि इस बात से ट्रंप अब तक इनकार करते रहे हैं। डेनियल्स का दावा है कि साल 2006 में कैलिफोर्निया और नेवादा के बीच मौजूद लेक टोहोय होटल में उनकी मुलाकात ट्रंप के साथ हुई। उस वक्त ट्रंप एक व्यवसायी थे। साल 2011 में डेनियल्स ने इनटच पत्रिका को एक इंटरव्यू दिया जो इसी साल जनवरी में छापा गया। जिसमें उन्होंने दावा किया कि ट्रंप ने उन्हें डिनर का न्योता दिया जिसके लिए वह ट्रंप के होटल के कमरे में उनसे मिलने पहुंचीं थीं। उसके बाद ट्रंप के साथ शारीरिक संबंध बनाए। हालांकि उनके इस दावे पर ट्रंप के निजी वकील का कहना है कि ट्रंप इन आरोपों से इनकार करते हैं।
डेनियल्स का कहना है कि ट्रंप ने उनसे कहा था कि वह अपने टेलीविजन शो ‘द एपरेन्टिस’ में उन्हें जगह देंगे। राष्ट्रपति पद के लिए चुनावी दौड़ में शामिल होने से पहले ट्रंप टेलीविजन शो ‘द एपरेंटिस’ होस्ट किया करते थे।
कितनी हो सकती है सजा
न्यूयॉर्क जिला अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद बताया कि मामला ट्रंप के 34 झूठे बयानों को लेकर है। अगर ट्रंप को कोर्ट सभी आरोपों में दोषी मानता है तो उन्हें 136 सालों की सजा हो सकती है। क्योंकि सभी अपराधों की सजा को जोड़ने के बाद ये आंकड़ा 136 साल हो जाता है। हालांकि ट्रंप को यदि दोषी ठहराया भी जाता है तो वास्तविक सजा बेहद कम होगी।
राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकते हैं ट्रंप
अमेरिकी संविधान में ऐसा कुछ भी नहीं है। जो ट्रम्प को अपने चुनाव अभियान को जारी रखने से रोक सके। हालांकि पार्टी के अंदर नैतिकता के आधार पर अब उनके लिए टिकट हासिल करना काफी मुश्किल होने वाला है। यहां तक कि अगर उन्हें कैद कर लिया जाता तब भी वे सैद्धांतिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हो सकते थे और चुनाव जीत सकते थे। हालांकि, उसके बाद सामान्य तौर पर पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया जाता है। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के लिए दिक्कत यह है कि इस केस की रफ्तार उस वक्त कोर्ट में तेज हो जाएगी। जब राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुनाव प्रचार में तेज रहेगी और कानूनी जानकारों के मुताबिक उस वक्त कम से कम एक महीने के लिए ट्रंप को हर दिन कोर्ट में पेशी के लिए जाना होगा जो उनके लिए बड़ा सिरदर्द साबित होगा।