रूस और यूक्रेन युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कई महीनों से चल रहे इस युद्ध के कारण पूरी दुनिया में इसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं। रोजाना वैश्विक स्तर पर रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर खबरें आती रहती हैं जिससे विश्व में अशांति फैली हुई है। युद्ध को लेकर आ रही ख़बरों में कल देर रात पोलैंड और यूक्रेन की देहलीज पर दो मिसाइलें आकर गिरी जिससे विश्व में अफरा तफरी का माहोल बन गया है। अचानक हुए हमले का पता तो नहीं लगाया जा सका है लेकिन इसके लिए नाटो की इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई गई है।
पोलैंड की मीडिया के अनुसार पोलैंड में गिरी मिसाइल धमाके से दो लोगों की मौत से पूरी दुनिया में खलबली मच गई है। पोलैंड ने इस घटना के बाद रूस के राजदूत को तलब किया है। पोलैंड का कहना है कि 15 नवंबर को यूक्रेन में रूस ने भारी बमबारी की और 3 बजकर 40 मिनट पर एक मिसाइल यूक्रेन की सीमा से लगे लु बेलस्की प्रांत में गिरी है। पोलैंड की मीडिया के द्वारा जैसे ही यह खबर फैली अमेरिका, ब्रिटेन और नाटो एक्टिव हो गए हैं।
इस हादसे को लेकर इंडोनेशिया के बाली में चल रहे जी-20 सम्मेलन से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना पर चौंकाने वाला बयान दिया है। बाइडेन का कहना है कि ‘यह संभावना नहीं है कि पोलैंड में गिरी मिसाइल रूस से दागी गई थी, राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक मंगलवार को पोलैंड में जिस मिसाइल ने धमाका किया, वो रूस से दागी नहीं गई थी। शुरुआती जानकारी इसका खंडन करती है, जब तक हम पूरी तरह से इसकी जांच नहीं कर लेते तब तक कुछ भी कहना गलत होगा। इससे पहले, रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि पोलैंड में रूसी मिसाइलों के गिरने की रिपोर्ट “जानबूझकर उकसाने” वाली हरकत थी।
इस घटना के बाद पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की बीच बातचीत हुई है। बाइडेन ने पोलैंड को समर्थन का भरोसा देते हुए कहा था कि वह नाटो सदस्यों के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं यूके के पीएम ऋषि सुनक ने मिसाइल हमले में मारे गए लोगों की मौत पर शोक जताते हुए कहा था कि ब्रिटेन पोलैंड के साथ खड़े होने का दावा किया है। इसके अलावा यूक्रेन की सीमा के करीब मिसाइल हमले के बाद पोलैंड ने अपनी सेना को अलर्ट पर रहने को कहा है।