पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा के कार्यकाल को लेकर बाजवा को स्वयं तो झटका लगा ही लगा साथ ही पाक के पीएम इमरान खान को भी इस बात से बहुत ही परेशानी हुई है। जावेद बाजवा के कार्यकाल को उच्चतम न्यायालय द्वारा निलंबित किए जाने से प्रधानमंत्री इमरान खान को बहुत बड़ा झटका लगा है।
इमरान ने अपना सारा गुस्सा पकिस्तान के कानून मंत्री फरोग नसीम पर दिखाया। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में इमरान अपने कानून मंत्री पर जमकर बरसे और उनका इस्तीफा तक का ले लिया। इमरान खान इस बात से नाराज थे कि कमर जावेद बाजवा के मामले में कानून मंत्रालय क्र क्या रहा था। उसने पहले से ही सारी फ़ॉर्मेलिटीस पूरी क्यों नहीं की थी।
कैबिनेट की जो बैठक का जो एजेंडा था उस पर बात होने के बजाय बाजवा के कार्यकाल को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा रोके जाने का मुद्दा खा से आ गया। इमरान खान ने कहा कि जब सेवा विस्तार का मामला लगभग तय हो चूका था तो फिर तमाम औपचारिक्ताएं पूरी क्यों नहीं की गईं। कानून मंत्रालय ने लापरवाही क्यों बरती और तमाम कानूनी पहलुओं पर काम क्यों नहीं किया।
इमरान के बरसने से कैबिनेट की बैठक में सन्नाटा छा गया। कैबिनेट की बैठक के मुख्य एजेंडे पर कुछ देर तक विचार किया ही नहीं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने बाजवा के सेवा विस्तार की अधिसूचना को निलंबित कर दिया है और साथ ही कहा है कि प्रधानमंत्री को यह अधिकार नहीं है कि वह सैन्य प्रमुख का कार्यकाल बढ़ा सके। यह अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति को है।
कमर जावेद बाजवा के सेवा विस्तार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा निलंबित किए जाने से पकिस्तान में राजनैतिक उथलपुथल की स्थिति बन गई है। पाक के कानून मंत्री फरोग नसीम ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। पकिस्तान सरकार द्वारा बताया गया कि फरोग ने खुद इस्तीफा दिया और सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया है। फरोग बाजवा के मामले में बुधवार यानी आज सुप्रीम कोर्ट में अटार्नी जनरल के साथ सरकार का पक्ष प्रस्तुत करेंगे।