[gtranslate]
world

जापान के प्रधानमंत्री ने किया देश में आपातकाल घोषित, 6 मई तक रहेगा जारी

जापान के प्रधानमंत्री ने किया देश में आपातकाल घोषित, 6 मई तक रहेगा जारी

पूरी दुनिया इस वक्त बड़े संकट से गुजर रही है। इसी बीच जापान में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया है। तोक्यो और दूसरे शहरी इलाकों में पहले से ही लागू आपातकाल को बढ़ा कर पूरे जापान में लागू कर दिया गया है। 6 मई तक आपातकाल लागू रहेगा।

प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने बृहस्पतिवार को आपातकाल का ऐलान करते हुए कहा कि आपातकाल को बढ़ाने का उद्देश्य लोगों की आवाजाही को कम करना और 80 प्रतिशत सामाजिक दूरी के लक्ष्य को हासिल करना है। साथ ही आबे ने देश की 12 करोड़ आबादी को एक-एक लाख येन नकद देने की घोषणा की। आबे ने 7 अप्रैल को सीमित आपातकाल की घोषणा की थी जो तोक्यो और छह अन्य जिलों में लागू किया गया था। जहां पर कोरोना फैलने का सबसे ज्यादा खतरा था। आबे ने इन क्षेत्रों के लोगों से घर के अंदर ही रहने का अनुरोध किया था। किन्तु कोरोना महामारी के हालातों में कोई सुधार नहीं आया इसलिए आबे ने पूरे देश में आपातकाल लागू करने का फैसला किया है।

4 लाख लोगों के मौत की आशंका

दरअसल, जापान में कोरोनावायरस से संक्रमित होने वाले लोंगों की रफ्तार बढ़ने लगी है। अब तक 8626 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। जबकि 178 लोगों अपनी जान गवा चुके हैं। कोरोन से संक्रमित लोगों में 700 वो यात्री भी शामिल हैं जो कि प्रिंसेस डायमंड क्रूज़ में सवार होने के कारण से संक्रमित हो गए थे।

जापान के लिए चिंता की बात ये भी है कि उसके यहां सबसे ज्यादा वृद्ध आबादी है जो कि कोरोना से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में जापान किसी भी तरह से संक्रमण को फैलने से रोकने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, एक रिपोर्ट में ये आशंका जताई गई है कि जापान में कोविड-19 की वजह से 4 लाख लोगों की मौत हो सकती है। फिलहाल सरकार केवल उन्हीं लोगों की जांच कर रही है जिनके अंदर कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।

कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों को लेकर जापान में पीएम आबे के प्रयासों की आलोचना हो रही थी और आरोप लग रहे थे कि सरकार बहुत धीमी और सुस्त कार्रवाई कर रही है। कई स्थानीय नेताओं ने अपने क्षेत्रों को उस सूची में शामिल करने की मांग की थी जहां पर आपातकाल लागू हैं। वहीं कई नेताओं ने अपने स्तर पर राज्य में आपातकाल की घोषणा की थी।

दरअसल, आर्थिक दबाव की वजह से आबे कठोर कदम नही उठाना चाहते थेकिन्तु उनको कोरोना के बढ़ते मामले देखकर उनको ऐसे कदम उठाने पड़े। हालांकि, जापान में घोषित आपातकाल लॉकडाउन से अलग है। लेकिन इसमें आर्थिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलती रहेंगी। इसके बावजूद कोरोना के डर की वजह से कई कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम शुरू कर दिया है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD