पूरी दुनिया जहां कोरोना की मार झेल रही है, वहीं एक ऐसी खबर सामने आ रही है जो पूरी दुनिया को राहत देने का काम कर रही है। वो खबर है फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर द्वारा विकसित कोरोनोवायरस वैक्सीन को मानव परीक्षण के तीसरे चरण में 90 प्रतिशत तक सफलता मिलने की। इस खबर से दुनिया भर के कई देश काफी राहत महसूस कर रहे हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो कंपनी को इस महीने के अंत में वैक्सीन की बिक्री के लिए मंजूरी दी जा सकती है। यह निश्चित रूप से एक वैश्विक महामारी को रोकने के लिए बहुत आशाजनक खबर है। कोरोना निवारक वैक्सीन को फाइजर और बायोटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है, जिसमें से फाइजर एक अमेरिकी कंपनी है और बायोटेक एक जर्मन दवा कंपनी है।
फाइजर ने कल, 10 नवंबर को एक बयान में कहा कि 90 प्रतिशत रोगियों पर परीक्षण का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इन संक्रमित रोगियों में कोरोना का कम से कम एक लक्षण था। वैक्सीन अभी भी परीक्षण के चरण में है। लेकिन इसे इस्तेमाल करने का तरीका जल्द ही दुनिया भर में खुला होगा। कोरोना का प्रकोप अब तक दुनिया भर में 1.2 मिलियन से अधिक लोगों की जान ले चुका है। इसलिए पूरी दुनिया का ध्यान कोरोना वैक्सीन की ओर है।
UPDATE: We are proud to announce, along with @BioNTech_Group, that our mRNA-based #vaccine candidate has, at an interim analysis, demonstrated initial evidence of efficacy against #COVID19 in participants without prior evidence of SARS-CoV-2 infection.
— Pfizer Inc. (@pfizer) November 9, 2020
इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इस बारे में जानकारी दी है। ट्रम्प ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी और यह टीका 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है।
बायोएंटेक के सह-संस्थापक उगुर साहिन ने कहा, “आज हमारे लिए एक बड़ा दिन है।” आज का दिन विज्ञान और मानवता के लिए एक महान दिन है। फाइजर के अध्यक्ष अल्बर्ट बोरला ने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन के साथ कंपनी को बड़ी सफलता मिली है। वैक्सीन बेचने की अनुमति के लिए कंपनी इस महीने के अंत में स्वास्थ्य नियामक के पास आवेदन करेगी।