दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए संक्रमण से प्रभावित देशों में फिर से लॉकडाउन लगाया जा रहा है। अब फ्रांस की राजधानी पेरिस और अन्य क्षेत्रों में एक महीने का सीमित लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है। स्कूल और आवश्यक दुकानें इस दौरान खुली रहेंगी।
पहले की तरह सख्त लॉकडाउन नहीं
फ्रांस में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ गई है जिसके बाद इस निर्णय के लिए फ्रांस को मजबूर होना पड़ा है। पेरिस सहित देश के 15 क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाया गया है। यह फैसला 19 मार्च, शुक्रवार आधी रात से लागू होगा। फ्रांस के प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह लॉकडाउन पहले की तरह नहीं है। पहले लॉकडाउन की तरह इसमें ज्यादा प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं।
फ्रांस में, एक ही दिन में कोरोना वायरस के 35 हजार मामले सामने आए हैं और प्रधान मंत्री जीन-कैस्टेक्स ने कहा है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर पूरे देश में तेजी से फैल सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पेरिस में स्थिति बदतर थी। दूसरी ओर, वैक्सीन आपूर्ति में देरी से भी टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है।
अभी पिछले महीने फ्रांस के उत्तरी क्षेत्र में आंशिक रूप से तालाबंदी की गई थी। फ्रांस में कोरोना वायरस से अब तक 91 हजार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 4.1 मिलियन से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं।
भारत के कई शहरों में भी प्रतिबंध लगाए गए
भारत भी कोरोना वायरस की नई लहर की चपेट में आ गया है, जिसमें महाराष्ट्र और अन्य 8 से 10 राज्यों में कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा चिंता का विषय है। दुनिया भर की सरकारें अब कोरोना लहर को लेकर तनाव की स्थिति में दिखाई दे रही है, यहां तक कि गुजरात के चार महानगरों में कोरोना वायरस के कारण कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।