दुबई। ओमान के सुल्तान- हैथम- बिन तारिक-अल-सैद ने 11 जनवरी को संविधान में संशोधन की घोषणा की। पहली बार देश में क्राउन प्रिंस की नियुक्ति और संसद के कामकाज के लिए नियम लागू किया। सुल्तान की ओर से जारी नए कानून में नागरिकों के लिए ज्यादा अधिकारों और स्वतंत्रता में सरकार की भूमिका पर अधिक जोर दिया गया है। पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता शामिल है।
एक वर्ष पहले पूर्ववर्ती सुल्तान कबूस बिन सैद की मृत्यु के बाद सुल्तान हैथम को ओमान की सत्ता मिली थी। कबूस ने 49 साल तक ओमान पर शासन किया था। कबूस की कोई संतान नहीं थी। जीवित रहते उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के नाम का एलान भी नहीं किया था। एक सीलबंद लिफाफे में उसका नाम लिखकर रख दिया था। जिसे उनकी मृत्यु के बाद ही खोला जाना था। सुल्तान हैथम देश के पूर्व संस्कृति मंत्री और पूर्ववर्ती सुल्तान के कजिन हैं। सुल्तान कबूस के उत्तराधिकारी को लेकर गोपनीयता की वजह से देश में वर्ष 2020 में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था। देश के स्थायित्व को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं।
क्राउन प्रिंस की नियुक्ति करने की सुल्तान हैथम की योजना से ओमान की राजनीति में अनिश्चितता का दौर खत्म होगा। नए कानून में क्राउन प्रिंस की नियुक्ति का तंत्र और उनके दायित्व भी निर्धारित किया गया है। सुल्तान हैथम बिन तारिक अल सैद की तरफ से किए गए संविधान संशोधन में कानून के शासन और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को सत्ता का आधार बनाया गया है। सुल्तान ने सरकार और राज्यों में भी बदलाव किया गया है। वित्त और विदेश मंत्रियों के साथ-साथ केंद्रीय बैंक के चेयरमैन की नियुक्ति भी की गई है। ये विभाग पहले दिवंगत सुल्तान के पास होते थे।